- अमनजोत ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज तज़मीन ब्रिट्स को एक डायरेक्ट थ्रो से आउट कर महत्वपूर्ण साझेदारी तोड़ी.
 - अमनजोत ने कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट का एक मुश्किल कैच पकड़कर भारत की जीत सुनिश्चित की थी.
 - इस कैच को अमनजोत ने अपने क्रिकेट करियर का सबसे बड़ा और चुनौतीपूर्ण कैच बताया.
 
Amanjot Kaur Catch: वे कहते हैं कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, जहां एक रन एक विकेट एक कैच पूरे मैच की बाजी पलट देता है. रविवार को नवी मुंबई के डॉ डीवाई पाटिल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका ने भारत से मिले 299 रनों के लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया तो शुरुआती ओवरों में फैंस की सासें थमी हुई थीं, क्योंकि लौरा वोल्वार्ड्ट और तज़मीन ब्रिट्स की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 51 रन जोड़ लिए थे और वो क्रीज पर जम से चुके थे. हालांकि, फिर अमनजोत कौर ने एक डायरेक्ट रॉकेट थ्रो पर ब्रिट्स को आउट किया और यह साझेदारी तोड़ी. अमनजोत गेंद से महंगी साबित हुई थीं. बल्ले से भी सफल नहीं हुईं थीं. लेकिन उन्होंने अपनी फील्डिंग से मैच पटल दिया. अमनजोत ने इसके बाद लौरा वोल्वार्ड्ट का शानदार कैच लपका. इस कैच ने भारत की जीत पर मुहर लगा दी.
दक्षिण अफ्रीका को आखिरी आठ ओवर में 79 रन की जरूरत थी और सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 169 रन बनाने वाली वोल्वार्ड्ट फाइनल में भी शतक पूरा करने के बाद बड़े शॉट खेलने की तैयारी में थी. उन्होंने दीप्ति शर्मा की गेंद को डीप मिडविकेट की तरफ खेला और अमनजोत के हाथ से गेंद दो बार छिटकी लेकिन उन्होंने तीसरे प्रयास में कैच पूरा कर स्टेडियम में मौजद दर्शकों के साथ टीम के खिलाड़ियों में जोश भर दिया.
अमनजोत कौर ने कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट के कैच को अपने अब तक के करियर का सबसे बड़ा कैच करार दिया. उन्होंने मैच के बाद कहा,"वह मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल कैच था, मैंने आज तक कभी मेरे हाथ से गेंद इस तरह से नहीं छिटकी थी. मैं या तो कैच लपकती थी या छूट जाता था. यह पहली बार है जब भगवान ने मुझे तीन मौके दिये."
उन्होंने कहा,"वोल्वार्ड्ट का कैच काफी अहम था और उसके शतक के बाद हमें पता था कि वह एक छोर से बड़े शॉट खेलने की कोशिश करेगी." अमनजोत ने कहा कि वह गेंद और बल्ले की नाकामी को क्षेत्ररक्षण से पूरा करना चाहती थी. उन्होंने कहा,"मैं बल्ले से बड़ा योगदान नहीं दे सकी थी और गेंदबाजी में भी बहुत प्रभावी नहीं थी, ऐसे में मेरा ध्यान बेहतर क्षेत्ररक्षण से उस कमी को पूरा करने पर था. मुझे पता था कि फील्डिंग अच्छा रहेगा तो हम कुछ रन बचाकर दक्षिण अफ्रीका की मुश्किलें बढ़ा सकते है."
उन्होंने कहा,"दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी के समय पिच थोड़ी बल्लेबाजी के अनुकूल हो गयी थी. हम यही बात कर रहे थे कि साझेदारी तोड़ना काफी जरूरी है. हम नहीं चाहते थे कि किसी भी मौके को हाथ से जाने दे. दूधिया रोशनी में ओस गिरने के बाद फील्डिंग मुश्किल हो जाता है."
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