Delhi Coronavirus: दिल्ली के अस्पतालों में आइसोलेशन बेड की किल्लत के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने तीन और निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितो का इलाज करने की घोषणा की है. यह अस्पताल मूलचंद खैराती लाल अस्पताल (126 बेड), सरोज सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (139 बेड) और सर गंगाराम अस्पताल (508 बेड) हैं.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कई प्रमुख प्राइवेट अस्पतालों को अब तक कोविड अस्पताल घोषित किया जा चुका है.
1. सर गंगा राम कोलमेट हॉस्पिटल
2. इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल
3. मैक्स हॉस्पिटल, साकेत
4. महा दुर्गा चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल
5. सर गंगाराम सिटी हॉस्पिटल
6. फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग
7. सरोज मेडिकल इंस्टीट्यूट, रोहिणी
8. खुशी हॉस्पिटल, द्वारका
9. मूल चंद ख़ैराती लाल अस्पताल
10. सरोज सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
11. सर गंगा राम अस्पताल
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में कोरोना का इलाज मुफ्त है जबकि निजी अस्पतालों में मरीज को इलाज का खर्च खुद उठाना होता है.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 61 अस्पतालों के 20 प्रतिशत बेड कोरोना के लिए रिजर्व किए जाने का आदेश दिया है. अभी तक हमने 5 सरकारी अस्पतालों को पूरा कोरोना और 3 प्राइवेट को पूरा कोरोना अस्पताल बनाया है. कुछ अस्पतालों को दिक्कत आ रही थी मिक्स काम में, जिसके बाद हमने इनको पूरी तरह से कोरोना अस्पताल बना दिया है.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि कल मूलचंद और सरोज हॉस्पिटल को कोरोना अस्पताल बनाया गया है. जो अस्पताल मिक्स काम नहीं कर पाएंगे उनको पूरी तरह कोरोना अस्पताल बना देंगे. उन्होंने कहा कि अस्पताल उन लोगों के लिए है जिनकी तबीयत ज्यादा खराब होती है, बाकी लोग घर में ठीक हो सकते हैं.
सत्येन्द्र जैन ने कहा कि तीन प्राइवेट हॉस्पिटल पूरी तरह से कोरोना अस्पताल पहले से थे अब तीन और अस्पतालों में सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज होगा.
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