शिव सागर रेस्तरां का फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली सरकार द्वारा गठित एक मजिस्ट्रेट जांच में मध्य दिल्ली के एक पॉश बाजार का रेस्तरां कुछ बेघर बच्चों को खाना खिलाने से इनकार करने का दोषी पाया गया है। उन बच्चों को देहरादून की एक महिला पिछले हफ्ते रेस्तरां में खाना खिलाने ले गई थी।
एसडीएम (चाणक्यपुरी) द्वारा जमा रिपोर्ट में कहा गया है कि शिव सागर रेस्तरां द्वारा खाना खिलाने से इनकार करना सामाजिक-आर्थिक आधार पर बेघर बच्चों के साथ रेस्तरां के प्रबंधन और कर्मचारियों की ओर से 'भेदभावपूर्ण रवैया' अपनाने की बात साबित करता है जो मानवाधिकारों और मूल अधिकारों का उल्लंघन है।
दिल्ली सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया एसडीएम की रिपोर्ट का अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार रेस्तरां के प्रबंधन के खिलाफ नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई करेगी।
इससे पहले सरकार को जमा अपनी रिपोर्ट में एसडीएम ने कहा, 'जाहिर है कि बच्चों को रेस्तरां ने खाना देने से इनकार किया क्योंकि वे गरीब और मैले थे जबकि वे उसके लिए भुगतान करने को तैयार थे। इनकार करने से सामाजिक-आर्थिक आधार पर बच्चों के खिलाफ रेस्तरां प्रबंधन और कर्मचारियों के भेदभावपूर्ण व्यवहार की बात साबित होती है।'
उल्लेखनीय है कि कनॉट प्लेस के पास जनपथ के इस रेस्तरां ने 12 जून को कथित तौर पर महिला के साथ गये बेघर बच्चों को खाना देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद मामला सामने आने पर दिल्ली सरकार ने जांच का आदेश दिया।
लेखिका सोनाली शेट्टी इन बेघर बच्चों को रेस्तरां में खाना खिलाने ले गयी थीं। उनका आरोप था, 'मैं आठ बेघर बच्चों को शिव सागर रेस्टोरेंट में खाना खिलाने ले गयी थी लेकिन वहां के स्टाफ ने हमें खाना देने से मना कर दिया। मेरा भी मजाक उड़ाया गया और रेस्तरां से बाहर रहने की धमकी दी गयी।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
एसडीएम (चाणक्यपुरी) द्वारा जमा रिपोर्ट में कहा गया है कि शिव सागर रेस्तरां द्वारा खाना खिलाने से इनकार करना सामाजिक-आर्थिक आधार पर बेघर बच्चों के साथ रेस्तरां के प्रबंधन और कर्मचारियों की ओर से 'भेदभावपूर्ण रवैया' अपनाने की बात साबित करता है जो मानवाधिकारों और मूल अधिकारों का उल्लंघन है।
दिल्ली सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया एसडीएम की रिपोर्ट का अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार रेस्तरां के प्रबंधन के खिलाफ नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई करेगी।
इससे पहले सरकार को जमा अपनी रिपोर्ट में एसडीएम ने कहा, 'जाहिर है कि बच्चों को रेस्तरां ने खाना देने से इनकार किया क्योंकि वे गरीब और मैले थे जबकि वे उसके लिए भुगतान करने को तैयार थे। इनकार करने से सामाजिक-आर्थिक आधार पर बच्चों के खिलाफ रेस्तरां प्रबंधन और कर्मचारियों के भेदभावपूर्ण व्यवहार की बात साबित होती है।'
उल्लेखनीय है कि कनॉट प्लेस के पास जनपथ के इस रेस्तरां ने 12 जून को कथित तौर पर महिला के साथ गये बेघर बच्चों को खाना देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद मामला सामने आने पर दिल्ली सरकार ने जांच का आदेश दिया।
लेखिका सोनाली शेट्टी इन बेघर बच्चों को रेस्तरां में खाना खिलाने ले गयी थीं। उनका आरोप था, 'मैं आठ बेघर बच्चों को शिव सागर रेस्टोरेंट में खाना खिलाने ले गयी थी लेकिन वहां के स्टाफ ने हमें खाना देने से मना कर दिया। मेरा भी मजाक उड़ाया गया और रेस्तरां से बाहर रहने की धमकी दी गयी।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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