दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में 15 दिसंबर को हुई पत्थरबाजी और पुलिस की कार्रवाई की जांच जारी है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया है कि जो भी उपद्रवी पत्थरबाजी कर रहे थे उन्होंने जामिया की लाइब्रेरी का इस्तेमाल खुद को बचाने के लिए किया. जांच में सामने आया है कि पुलिस ने सारे छात्रों को, जिनमें पत्थरबाज भी शामिल थे, बाहर निकाला.
जामिया में दो लाइब्रेरी हैं एक ओल्ड लाइब्रेरी और एक न्यू लाइब्रेरी. ओल्ड लाइब्रेरी को रीडिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो 3 हिस्सों में है. ग्राउंड फ्लोर पर करीब 200 छात्रों के बैठने की जगह है. फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर 50 छात्रों के बैठने की जगह है.
न्यू लाइब्रेरी में तीन तरफ से जाने का रास्ता है. पहला रास्ता मस्जिद के पास से, दूसरा गेट नंबर 4 से और तीसरा गेट नंबर 7 से है. सीसीटीवी फुटेज से साफ है कि पहले पुलिस पर पथराव किया गया और उसके बाद उपद्रवियों ने खुद को बचाने के लिए लाइब्रेरी का सहारा लिया.
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पुलिस का कहना है कि जब पुलिस पर पथराव ज्यादा होने लगा और उपद्रवी लाइब्रेरी में घुस गए तब पुलिस उपद्रवियों को पकड़ने के लिए अंदर घुसी और बल प्रयोग किया. जिस सीसीटीवी फुटेज में पुलिस लाठी मारती नजर आ रही है, वह ओल्ड लाइब्रेरी का है.
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