प्रतीकात्मक चित्र
भुवनेश्वर:
आईआईटी, भुवनेश्वर की एक पीएचडी छात्रा ने संस्थान के एक प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न और उसके पति के मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उसका पति भी इसी संस्थान में पीएचडी छात्र है. वहीं संस्थान ने आरोप को खारिज कर दिया.
मामला तब सामने आया जब महिला के वकील ने कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के उप सचिव पीके सारंगी को एक नोटिस दिया. याचिकाकर्ता ने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई करने और उसके तथा उसके पति का पीएचडी में पंजीकरण बहाल करने की मांग की है.
सारंगी ने संस्थान के अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले को लेकर तत्काल रिपोर्ट सौंपने को कहा है. छात्रा ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर उनके हस्तक्षेप की मांग की है.
यह भी पढ़ें : JNU की छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में सरकारी इंजीनियर गिरफ्तार
महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि 2012 से वह यौन उत्पीड़न का शिकार बनीं और उसने आईआईटी प्रशासन को इस बारे में बताया, लेकिन इस संबंध में संस्थान द्वारा गठित आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की रिपोर्ट से असंतुष्ट होकर उसने अपने आरोपों की नए सिरे से जांच की मांग की.
पढ़ें : IIT कानपुर में छात्रा ने लगाया सीनियर पर यौन उत्पीड़न का आरोप, छात्र निष्कासित
इस बीच आईआईटी भुवनेश्वर ने एक प्रेस वक्तव्य जारी कर आईसीसी के निष्कर्षों के आधार पर आरोप खारिज कर दिए. आईआईटी, भुवनेश्वर के रजिस्ट्रार देबराज रथ ने संवाददाताओं से कहा, 'प्रोफेसर पर लगाए गए आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मामला तब सामने आया जब महिला के वकील ने कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के उप सचिव पीके सारंगी को एक नोटिस दिया. याचिकाकर्ता ने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई करने और उसके तथा उसके पति का पीएचडी में पंजीकरण बहाल करने की मांग की है.
सारंगी ने संस्थान के अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले को लेकर तत्काल रिपोर्ट सौंपने को कहा है. छात्रा ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर उनके हस्तक्षेप की मांग की है.
यह भी पढ़ें : JNU की छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में सरकारी इंजीनियर गिरफ्तार
महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि 2012 से वह यौन उत्पीड़न का शिकार बनीं और उसने आईआईटी प्रशासन को इस बारे में बताया, लेकिन इस संबंध में संस्थान द्वारा गठित आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की रिपोर्ट से असंतुष्ट होकर उसने अपने आरोपों की नए सिरे से जांच की मांग की.
पढ़ें : IIT कानपुर में छात्रा ने लगाया सीनियर पर यौन उत्पीड़न का आरोप, छात्र निष्कासित
इस बीच आईआईटी भुवनेश्वर ने एक प्रेस वक्तव्य जारी कर आईसीसी के निष्कर्षों के आधार पर आरोप खारिज कर दिए. आईआईटी, भुवनेश्वर के रजिस्ट्रार देबराज रथ ने संवाददाताओं से कहा, 'प्रोफेसर पर लगाए गए आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं