- पीएम मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ और देश माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त होने वाले हैं
- 2014 में माओवादी आतंक से प्रभावित जिले 125 से अधिक थे, जो अब घटकर केवल 3 रह गए
- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं
पीएम मोदी ने नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा, "वो दिन दूर नहीं जब हमारा छत्तीसगढ़, हमारा देश माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा." पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने देश को माओवादी आतंकवाद से मुक्त करने का संकल्प लिया था और आज उसका परिणाम साफ दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा, "11 साल पहले 125 से ज़्यादा ज़िले माओवादी आतंक से प्रभावित थे, आज केवल 3 ज़िले ही ऐसे बचे हैं जहां माओवादी गतिविधियों के निशान मौजूद हैं."
तेजी से समर्पण कर रहे हैं नक्सली
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में सुरक्षा एजेंसियों ने नक्सल प्रभावित बक्सर और नारायणपुर जिलों में विशेष अभियान चलाया है. इसी सख्ती के चलते 8 अक्टूबर 2025 को नारायणपुर में 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया. इसके बाद 15 अक्टूबर को 27 नक्सलियों और 16 अक्टूबर को एक ही दिन में 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. पीएम मोदी ने इन घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कई लोग जिन्होंने कभी हिंसा का रास्ता अपनाया था, अब तेजी से आत्मसमर्पण कर रहे हैं.
मुख्यधारा से जुड़ रहे नक्सली
पीएम ने कहा कि कुछ ही दिन पहले कांकेर में 20 से ज़्यादा नक्सली मुख्यधारा में लौट आए और उससे पहले 17 अक्टूबर को बस्तर में 200 से ज़्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. हाल के महीनों में देशभर में माओवादी आतंक से जुड़े दर्जनों लोगों ने हथियार डाले हैं, जिनमें से कई पर लाखों-करोड़ों रुपये का इनाम था. इन लोगों ने अब भारत के संविधान को स्वीकार कर लिया है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा की नई बिल्डिंग का उद्घाटन किया.
देश के कोने-कोने में बस्तर ओलंपिक की चर्चा
उन्होंने कहा, "भारत आज आतंक के विनाश की प्रतिज्ञा करके आतंकियों की कमर तोड़ रहा है और नक्सलवाद, माओवादी आतंक को समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है." पीएम मोदी ने कहा, "कभी यह राज्य नक्सलवाद और पिछड़ेपन से पहचाना जाता था. आज वही राज्य समृद्धि, सुरक्षा और स्थायित्व का प्रतीक बन रहा है. आज बस्तर ओलंपिक की चर्चा देश के कोने-कोने में है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आज विकास की लहर और सुकून की मुस्कान लौट आई है और इस परिवर्तन के पीछे है छत्तीसगढ़ की जनता का परिश्रम और भाजपा सरकारों का दूरदर्शी नेतृत्व."
लाल झंडे की जगह लहरा रहा तिरंगा
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि जिन इलाकों में माओवादी आतंकवाद खत्म हुआ है, वहां कभी बम और बंदूकों के खौफ से घिरे इलाके अब बदल चुके हैं. बीजापुर के चिलकापल्ली गांव में सात दशकों में पहली बार बिजली पहुंची है. अबूझमाड़ के रेकावाया गांव में आज़ादी के बाद पहली बार स्कूल का निर्माण शुरू हुआ है. कभी आतंक का गढ़ माने जाने वाला पुवर्ती गांव अब विकास की लहर देख रहा है. लाल झंडे की जगह अब राष्ट्रीय तिरंगा लहरा रहा है. मोदी ने कहा कि बस्तर जैसे क्षेत्र अब उत्सवों से भरे हुए हैं और बस्तर पंडुम व बस्तर ओलंपिक जैसे कार्यक्रमों की मेजबानी कर रहे हैं.
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