
- S&P ग्लोबल ने भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को BBB- से BBB में 18 साल बाद पहली बार अपग्रेड किया है
- रेटिंग अपग्रेड के पीछे भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि, फिस्कल कंसोलिडेशन पर सरकार की प्रतिबद्धता प्रमुख कारण हैं
- भारत की मौद्रिक नीति महंगाई को नियंत्रित करने में सफल रही है, जिससे आर्थिक स्थिरता का संकेत मिलता है
स्वतंत्रता दिवस से पहले भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर आई. दरअसल इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी S&P ग्लोबल ने मजबूत फंडामेंटल्स को देखते हुए भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को 'BBB-' से अपग्रेड करके 'BBB' कर दिया है. इससे पता चलता है कि जहां दूसरे देश वैश्विक स्तर पर अपनी अर्थव्यवस्था को लेकर परेशानी का सामना कर रहे हैं, वहीं भारत विकास के रास्ते पर लगातार अग्रसर है.
S&P Global ने एक रिलीज जारी कर कहा, 'भारत फिस्कल कंसोलिडेशन को प्राथमिकता दे रहा है, जो मजबूत बुनियादी ढांचे पर फोकस बनाए रखते हुए सरकार की सस्टेनेबल पब्लिक फाइनेंस देने की राजनीतिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मजबूत आर्थिक विस्तार का भारत के क्रेडिट मैट्रिक्स पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है. हमें उम्मीद है कि मजबूत आर्थिक बुनियादी ढांचे अगले दो से तीन साल तक विकास की गति को मज़बूत बनाए रखेंगे.'
India Upgraded To 'BBB' On Economic Resilience And Sustained Fiscal Consolidation; Outlook Stable: S&P Global
— ANI (@ANI) August 14, 2025
"India remains among the best performing economies in the world. It staged a remarkable comeback from the pandemic with real GDP growth over fiscal 2022 (year-end March… pic.twitter.com/Ri4rPpcJym
'भारत की पॉलिसी महंगाई को कंट्रोल करने में सफल'
S&P Global के मुताबिक भारत में मॉनेटरी पॉलिसी महंगाई दर को नियंत्रित करने के लिए अनुकूल होती जा रही हैं. इन सभी को देखते हुए ही S&P ने भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को 'BBB-' से बढ़ाकर 'BBB' कर दिया है. वहीं, भारत सरकार ने S&P Global रेटिंग्स के इस लॉन्ग टर्म सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड करने के फैसले का स्वागत किया है.
18 साल बाद S&P ने किया क्रेडिट रेटिंग में बदलाव
इससे पहले S&P ने भारत की क्रेडिट रेटिंग को जनवरी 2007 में ‘BBB' केटेगरी में अपग्रेड किया था. यानी 18 साल के बाद S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने ये रेटिंग अपग्रेड किया है.
क्रेडिट सुधार का भारत ने किया स्वागत
वित्त मंत्रालय ने इस पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा,'रेटिंग में सुधार इस बात की पुष्टि करता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था चुस्त और सक्रिय है. भारत ने अपने मजबूत बुनियादी ढांचे के निर्माण अभियान और समावेशी विकास के दृष्टिकोण को बनाए रखते हुए फिस्कल कंसोलिडेशन को प्राथमिकता दी है, जिसकी वजह से ये सुधार संभव हुआ है.'
DBRS ने भी भारत को दी थी BBB की रेटिंग
वित्त मंत्रालय ने कहा कि, 'आने वाले समय में भारत अपनी तेज विकास गति को जारी रखेगा और साल 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे और सुधारात्मक कदम उठाएगा.'
बता दें कि इस साल इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसियों द्वारा किया गया ये दूसरा सॉवरेन रेटिंग रिवीजन है. इससे पहले DBRS ने भारत को BBB का दर्जा दिया था.
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