रिपोर्ट के मुताबिक, एक नए हवाई अड्डे, विस्तारित रेलवे स्टेशन, आवासीय योजनाओं और बेहतर रोड कनेक्टिविटी के साथ नए होटलों और अन्य आर्थिक गतिविधियों के चलते यहां प्रति वर्ष पांच करोड़ से अधिक पर्यटक आ सकते हैं.
तिरुपति मंदिर की तुलना में दोगुना पर्यटक आने की उम्मीद
रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर बुनियादी ढांचे और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ अयोध्या एक नया धार्मिक पर्यटन केंद्र बन जाएगा. ब्रोकरेज को उम्मीद है कि अयोध्या में करीब 50-100 मिलियन पर्यटक आएंगे, यह आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर की तुलना में दोगुना है, जहां 25 मिलियन टूरिस्ट आते हैं और 1,200 करोड़ रुपये का सबसे ज्यादा रेवेन्यू कलेक्शन करते हैं.
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में आते हैं प्रति वर्ष 3-3.5 करोड़ श्रद्धालु
एक अनुमान के मुताबिक, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में प्रति वर्ष 3-3.5 करोड़ श्रद्धालु आते हैं, जबकि तिरूपति मंदिर में 2.5-3 करोड़ लोग आते हैं. विश्व स्तर पर, वेटिकन सिटी में हर साल लगभग 90 लाख पर्यटक आते हैं और सऊदी अरब के मक्का में लगभग दो करोड़ पर्यटक आते हैं. जेफरीज़ ने कहा कि मौजूदा बुनियादी ढांचागत बाधाओं के बावजूद, धार्मिक पर्यटन का बड़ा योगदान जारी है. अधिकांश लोकप्रिय स्थल हर साल लगभग 10-30 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
राम मंदिर के भव्य उद्घाटन का बड़ा आर्थिक प्रभाव देखने को मिलने वाला है. भारत को एक नया टूरिज्म हॉटस्पॉट मिलने वाला है जो प्रति वर्ष 50 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित करेगा. यह वेटिकन सिटी और मक्का में एक वर्ष में आने वाले 30 मिलियन पर्यटकों से अधिक होगा.
जेफरीज के अनुसार, ''धार्मिक पर्यटन अभी भी भारत में पर्यटन का सबसे बड़ा सेगमेंट है. कई लोकप्रिय धार्मिक केंद्र बुनियादी ढांचे की बाधाओं के बावजूद हर साल 1-3 करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. इसलिए, बेहतर संपर्क और बुनियादी ढांचे के साथ एक नए धार्मिक पर्यटन केंद्र (अयोध्या) का निर्माण एक बड़ा आर्थिक प्रभाव पैदा कर सकता है.'' वित्त वर्ष 2032-33 तक पर्यटन का जीडीपी में योगदान 8% बढ़ने की उम्मीद
रिपोर्ट में कहा गया कि पर्यटन ने वित्त वर्ष 2018-19 (कोविड-पूर्व) के दौरान जीडीपी में 194 अरब डॉलर का योगदान दिया. जबकि वित्त वर्ष 2032-33 तक इसके आठ प्रतिशत की दर से बढ़कर 443 अरब डॉलर होने की उम्मीद है. रिपोर्ट के मुताबिक, अयोध्या में नए हवाई अड्डे का फेज -1 चालू हो गया है और यह 10 लाख यात्रियों को संभाल सकता है. वहीं, रेलवे स्टेशन को प्रतिदिन 60,000 यात्रियों को संभालने के लिए विस्तारित किया गया है.
अयोध्या को लेकर होटल कंपनियों की ये है तैयारियां
वर्तमान में अयोध्या में 590 कमरों वाले लगभग 17 होटल हैं. इसके अलावा 73 नए होटल तैयार किए जा रहे हैं. इंडियन होटल्स, मैरियट और विंडहैम पहले ही होटल बनाने के लिए समझौते कर चुके हैं. आईटीसी भी अयोध्या में संभावनाएं तलाश रही है. इसके साथ ही ओयो की योजना अयोध्या में 1,000 कमरे जोड़ने की है.
जेफरीज़ के अनुसार, टूरिज्म सेक्टर में अयोध्या के बढ़ने से स्पाइसजेट लिमिटेड, अकासा एयर लिमिटेड, मेकमायट्रिप लिमिटेड, इंडियन होटल्स कंपनी, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड सहित अन्य कंपनियों के कारोबार को बढ़ावा मिलेगा.