
कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज सैमसंग ने भारत में अपनी ग्रेटर नोएडा फैक्ट्री में लैपटॉप का निर्माण शुरू कर दिया है. कंपनी यहां पहले से ही फीचर फोन, स्मार्टफोन, वियरेबल्स और टैबलेट बनाती रही है. अब लैपटॉप के जुड़ने से कंपनी का मैन्युफैक्चरिंग पोर्टफोलियो और बड़ा हो गया है.
मेक इन इंडिया को बड़ा फायदा
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सैमसंग भारत में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी डिवाइस का निर्माण लगातार बढ़ा रही है. उन्होंने बताया कि कंपनी की रिसर्च यूनिट में 7,000 से ज्यादा इंजीनियर काम कर रहे हैं.
देश का इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्शन बढ़कर 133 अरब डॉलर तक पहुंचा
सरकार के प्रयासों का असर साफ दिख रहा है. जहां 2014 में भारत में सिर्फ 2 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट थीं, वहीं आज इनकी संख्या बढ़कर 300 से ज्यादा हो गई है. यही वजह है कि देश का इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्शन 2014-15 के 31 अरब डॉलर से बढ़कर 133 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है. सिर्फ एक साल में भी बड़ी छलांग दिखी है. 2025-26 की पहली तिमाही में इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट, 2024-25 की पहली तिमाही के मुकाबले 47% ज्यादा रहा है.
गैलेक्सी Z Fold7 की जबरदस्त मांग
सैमसंग इंडिया ने हाल ही में बताया कि उनका नया मेड इन इंडिया गैलेक्सी Z Fold7 देशभर में शानदार रिस्पॉन्स पा रहा है. खास बात यह है कि इसकी मांग केवल बड़े शहरों में ही नहीं, बल्कि टियर 3, टियर 4 और छोटे कस्बों तक पहुंच गई है.
भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम
भारत में लैपटॉप और स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग का बढ़ना सीधे मेक इन इंडिया पहल को मजबूती देता है.सैमसंग जैसी ग्लोबल कंपनी का भारत में लैपटॉप बनाना, देश को इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम है.साथ ही, गैलेक्सी Z Fold7 जैसे प्रोडक्ट की छोटे शहरों में डिमांड यह दिखाती है कि भारत का टेक मार्केट कितनी तेजी से बदल रहा है.
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