- साल 2025 में चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर तक पहुंची और निवेशकों को करीब 150 प्रतिशत का रिटर्न मिला
- इलेक्ट्रिक व्हीकल और सोलर पैनल में चांदी की बढ़ती इंडस्ट्रियल डिमांड ने चांदी की कीमतों में तेजी से इजाफा किया
- रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के तौर पर चांदी और सोने को प्राथमिकता दी है
29 दिसंबर 2025 अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्होंने इस साल की शुरुआत में पारंपरिक निवेश को छोड़कर सेफ निवेश यानी चांदी पर भरोसा जताया था, तो आज आपकी खुशी का ठिकाना नहीं होगा. साल 2025 खत्म होने को है और चांदी ने रिटर्न के मामले में शेयर बाजार और सोने दोनों को मीलों पीछे छोड़ दिया है. आपको बताते हैं कि साल की शुरुआत में जिस शख्स ने 1 लाख की चांदी खरीदी थी, उसने एक साल में कितना पैसा बना लिया है.
1 लाख का निवेश अब कितना हुआ?
1 जनवरी 2025 को चांदी की कीमत लगभग 93,500 रुपये प्रति किलो थी. उस वक्त 1 लाख रुपये के निवेश से आपको करीब 1.06 किलोग्राम चांदी मिली होगी. आज 29 दिसंबर 2025 को चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर को छूते हुए 2,32,663 प्रति किलो के आसपास पहुंच गई हैं. इस हिसाब से आपके 1 लाख रुपये की वैल्यू आज लगभग 2,46,622 रुपए है. यानी कह सकते हैं कि करीब 150% का रिटर्न आपको मिला है.
क्यों आई चांदी में इतनी तूफानी तेजी?
मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार, साल 2025 में चांदी की इस सुपरफास्ट चाल के पीछे तीन अहम वजह रही हैं.-
- इंडस्ट्रियल डिमांड
इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) और सोलर पैनल में चांदी का भारी इस्तेमाल.
- ग्लोबल मार्केट
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी का 52 हफ्तों के हाई लेवल ($82/ounce) को पार कर जाना.
- वैश्विक माहौल ने बढ़ाया चांदी पर भरोसा
रूस और यूक्रेन के बीच वॉर के माहौल को देखते हुए इस साल निवेशक ने सेफ निवेश पर जोर दिया. इसी के चलते सोना और चांदी ने शेयर मार्केट के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दिया है.
सोने और चांदी: कौन रहा आगे?
जहां सोने ने इस साल करीब 80% का शानदार रिटर्न दिया, वहीं चांदी ने 150% तक का रिटर्न देकर निवेशकों को मालामाल कर दिया. एक्सपर्ट का मानना है कि चांदी अब केवल एक आभूषण की धातु नहीं, बल्कि सबसे ताकतवर इन्वेस्टमेंट एसेट बनकर उभरी है.
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