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GST 2.0 रिफॉर्म्स का असर: GST कलेक्शन में 4.6% का इजाफा, त्योहारी सीजन में बिक्री में जबरदस्त उछाल

भारत सरकार का आकलन है कि GST और दूसरे आर्थिक सुधारों का बड़ा प्रभाव अर्थव्यवस्था में निवेश, व्यापार और उद्योग जगत में नजर आ रहा है और आने वाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था में ये तेजी बरकरार रहेगी.

GST 2.0 रिफॉर्म्स का असर: GST कलेक्शन में 4.6% का इजाफा, त्योहारी सीजन में बिक्री में जबरदस्त उछाल
GST और दूसरे आर्थिक सुधारों का प्रभाव अर्थव्यवस्था में नजर आ रहा है. (प्रतीकात्‍मक फोटो)
  • अक्टूबर में GST संग्रह पिछले साल अक्टूबर की तुलना में 4.6% बढ़कर 1,95,936 करोड़ रुपए करोड़ रुपये पहुंच गया.
  • अप्रैल से अक्टूबर 2025 के बीच कुल GST संग्रह 9% बढ़कर 13,89,367 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
  • GST कॉउन्सिल के फैसले का सकरात्मक असर पड़ा है और सामानों की खरीद-बिक्री में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है.
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नई दिल्‍ली :

वित्त मंत्रालय ने शनिवार को GST के ताजा आंकड़े जारी किए. मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा कि पिछले साल अक्टूबर 2024 के मुकाबले अक्टूबर 2025 में GST कलेक्शन 4.6% बढ़कर 1,95,936 रुपये तक पहुंच गया है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक, अप्रैल से अक्टूबर, 2024 के बीच कुल GST कलेक्शन 12,74,442 करोड़ रुपये था जो इस साल अप्रैल से अक्टूबर, 2025 के बीच 9.0% बढ़कर 13,89,367 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. 

22  सितंबर 2025 से देश भर में GST 2.0 रिफॉर्म्स के तहत घटे हुए रेट लागू हैं. सितंबर के पहले हफ्ते में ही GST काउंसिल ने करीब 99% वस्तुओं को 12% की GST केटेगरी से हटाकर 5% की GST केटेगरी और बड़ी संख्या में 28% की GST कैटेगरी में आने वाले वस्तुओं को 18% के स्लैब में शिफ्ट करने का फैसला किया था, जो नवरात्रि की शुरुआत से ही देशभर में लागू है.

अर्थव्यवस्था पर सकरात्मक असर

GST कॉउन्सिल के फैसले का इस त्‍योहारी सीजन के दौरान अर्थव्यवस्था पर सकरात्मक असर पड़ा है और बाजार में कई सेग्‍मेंट में सामानों की खरीद-बिक्री में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज हुई है. अक्टूबर महीने में GST कलेक्शन में बढ़ोतरी की ये एक वजह मानी जा रही है.

पिछले ही महीने धनतेरस के मौके पर वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ GST रेट में कटौती के कार्यान्वयन के असर पर अहम आंकड़े पेश किए थे.

वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, सितम्बर महीने में नवरात्र के पहले 8 दिन में ही मारुति ने 1.65 लाख गाड़ियां बेचीं, महिंद्रा की गाड़ियों की सेल 60% बढ़ी और टाटा ने भी 50 हजार से ज्यादा गाड़ियां बेचीं थी.

इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की बिक्री बढ़ी

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के मुताबिक, पिछले साल के नवरात्र के मुकाबले इस साल इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की 20-25% तक अधिक सेल हुई. 85 इंच टीवी का स्टॉक सेल हुआ और युवाओं ने भी बड़ी संख्या में स्मार्ट फोन बदले.  जीएसटी दर में कटौती की वजह से खाद्य पदार्थों की कीमतें 0.2% कम हुई हैं और अमेरिका को स्मार्ट फोन का निर्यात बढ़ गया.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जीएसटी दर में कटौती के पहले ही दिन 22 सितम्बर 2025 को देशभर में टीवी की बिक्री में 30-35% की वृद्धि दर्ज की गई. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के मुताबिक, बाजार में मांग में बढ़ोतरी का सीधा असर भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में दोहरे अंकों की बढ़ोतरी में दिखा है, जिससे देश भर में 25 लाख से अधिक लोगों को रोजगार भी मिला. 

जाहिर है कि भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना हुआ है और देश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने की वजह से GST कलेक्शन में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

भारत सरकार का आकलन है कि GST और दूसरे आर्थिक सुधारों का बड़ा प्रभाव अर्थव्यवस्था में निवेश, व्यापार और उद्योग जगत में नजर आ रहा है और आने वाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था में ये तेजी बरकरार रहेगी.   

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