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अमेरिका में एप्पल का बड़ा दांव: 100 अरब डॉलर के नए निवेश का किया ऐलान, नई नौकरियों और मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस

Apple US Investment: एप्पल ने फरवरी 2025 में अमेरिका में 500 अरब डॉलर निवेश की योजना का खुलासा किया था. अब 100 अरब डॉलर और जोड़कर ये आंकड़ा 600 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी टेक इनवेस्टमेंट्स में से एक बन गई है.

अमेरिका में एप्पल का बड़ा दांव: 100 अरब डॉलर के नए निवेश का किया ऐलान, नई नौकरियों और मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस
Apple ने अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसे 'अमेरिकन मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम' यानी AMP नाम दिया गया है.
नई दिल्ली:

दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी एप्पल ने अमेरिका में 100 अरब डॉलर के अतिरिक्त निवेश का ऐलान किया है. इससे कंपनी की कुल निवेश प्रतिबद्धता 500 अरब डॉलर से बढ़कर अब 600 अरब डॉलर हो गई है. यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप घरेलू निवेश को लेकर कंपनियों पर लगातार दबाव बना रहे हैं. इस निवेश से अमेरिका में टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग और रोज़गार को मजबूती मिलने की उम्मीद है.

मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए शुरू हुआ 'एएमपी' प्रोग्राम

एप्पल ने अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसे 'अमेरिकन मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम' यानी AMP नाम दिया गया है. इस प्रोग्राम के तहत कंपनी अमेरिका में एप्पल डिवाइसेज के जरूरी पार्ट्स बनाएगी और इससे 20,000 नई नौकरियां पैदा होंगी.

एप्पल ने बताया कि AMP प्रोग्राम के तहत वह 10 बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर काम करेगी, जो दुनियाभर में बिकने वाले एप्पल प्रोडक्ट्स के कंपोनेंट बनाती हैं. इन कंपनियों में कॉर्निंग, कोहेरेंट, ग्लोबलवेफर्स अमेरिका, एप्लाइड मैटेरियल्स, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स, सैमसंग, ग्लोबलफाउंड्रीज, एमकोर और ब्रॉडकॉम शामिल हैं.

देश से बाहर जाता है अमेरिका में बना दो-तिहाई कंपोनेंट 

एप्पल ने अपनी आधिकारिक प्रेस रिलीज में बताया कि अमेरिका में जो कंपोनेंट बनते हैं, उनमें से करीब दो-तिहाई को अमेरिका से बाहर भेजा जाता है. यानी लोकल मैन्युफैक्चरिंग सिर्फ अमेरिकी जरूरतों के लिए नहीं बल्कि ग्लोबल सप्लाई के लिए भी अहम है.

अमेरिका में 4.5 लाख नौकरियों को मिल रहा है एप्पल का समर्थन

फिलहाल कंपनी अमेरिका के 50 राज्यों में हजारों सप्लायर के साथ मिलकर काम कर रही है, जिससे करीब 4.5 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है. कंपनी का यह भी कहना है कि AMP की शुरुआत से ये आंकड़ा और बढ़ेगा.

AI, रिसर्च और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में भी फोकस

एप्पल ने कहा है कि अगले 4 सालों में वह अमेरिका में रिसर्च, सिलिकॉन इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) जैसे सेक्टर्स में 20,000 लोगों की सीधी भर्ती करेगी.

फरवरी में 500 अरब डॉलर निवेश का ऐलान, अब बढ़कर 600 अरब हुआ

इससे पहले फरवरी 2025 में कंपनी ने अमेरिका में 500 अरब डॉलर निवेश की योजना का खुलासा किया था. अब 100 अरब डॉलर और जोड़कर ये आंकड़ा 600 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी टेक इनवेस्टमेंट्स में से एक बन गई है.

अमेरिका टेक इंडस्ट्री को मजबूती, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

एप्पल का यह कदम न सिर्फ अमेरिका में टेक इंडस्ट्री को मजबूती देगा, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी देगा. कंपनी का AMP प्रोग्राम अमेरिकी सप्लाई चेन और मैन्युफैक्चरिंग को ग्लोबल लेवल पर आगे ले जाने की कोशिश है. यह फैसला ट्रंप सरकार की "Make in America" पॉलिसी को भी मजबूती देता है.

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