नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यात्री भाड़े में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं करने वाला रेल बजट सभी वर्गों के लिए है, जिसमें राष्ट्रीय परिवहन विभाग को पुनर्संगठित करने और उसमें नई जान डालने के लिए एक दृष्टि पेश की गई है। उन्होंने कहा कि इस बजट में हाई स्पीड और सुरक्षा के साथ ट्रेनें उपलब्ध कराने का भी लक्ष्य रखा गया है।
वर्ष 2016-17 के रेल बजट को 'यात्री केंद्रित' बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें यात्री भाड़े में कोई वृद्धि नहीं की गई है और यह देश में नई जान डालने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि बजट में समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है और यह शानदार है क्योंकि यह ढांचागत विकास के साथ रोजगार सृजित करने वाला बजट है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस विकासोन्मुखी बजट से रेलवे का पूरा कायापलट करने के सरकार के प्रयासों को और अधिक गति मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा, रेल बजट पुनर्गठन, ढांचागत विकास और रेलवे में नई जान डालने की दृष्टि पेश करता है, जिसमें नई प्रक्रियाओं, ढांचे, नियमों और राजस्व के स्रोतों को पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में 'विजन 2020' रेलवे की क्षमताओं का विस्तार करेगा जिसमें हाई स्पीड ट्रेन, समयबद्धता और सुरक्षा को ध्यान में रखा जाएगा।
आईटी के साथ बजट में निवेश को महत्व दिए जाने को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा, पिछले साल में हमने काफी सफलता देखी और यह बजट इसमें और सुधार का प्रयास है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा अभी तक पेश किए गए रेल बजटों में यात्री सुविधाओं और रेल उन्नयन जैसे दो मंत्रों को अपनाया गया है। उन्होंने साथ ही कहा कि यह बजट रेलवे की समस्याओं को दूर करने में दूरगामी परिणाम देने वाला होगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा पेश किए गए रेल बजटों की तुलना में रेलवे को ढाई गुना अधिक निवेश प्राप्त हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस रेल बजट का अर्थव्यवस्था में दूरगामी और सकारात्मक योगदान होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, अनारक्षित, सुपरफास्ट ट्रेनों, 'अंत्योदय एक्सप्रेस' और 'दीन दयालु' कोचों को चलाना गरीब की सेवा करने की हमारी अनथक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मणिपुर और मिजोरम के बीच में रेल संपर्क को मजबूती प्रदान करने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि यह 'हर्षित' करने वाली बात है, क्योंकि पूर्वोत्तर में रेल संपर्क हमारी प्राथमिकताओं में से एक है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
वर्ष 2016-17 के रेल बजट को 'यात्री केंद्रित' बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें यात्री भाड़े में कोई वृद्धि नहीं की गई है और यह देश में नई जान डालने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि बजट में समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है और यह शानदार है क्योंकि यह ढांचागत विकास के साथ रोजगार सृजित करने वाला बजट है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस विकासोन्मुखी बजट से रेलवे का पूरा कायापलट करने के सरकार के प्रयासों को और अधिक गति मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा, रेल बजट पुनर्गठन, ढांचागत विकास और रेलवे में नई जान डालने की दृष्टि पेश करता है, जिसमें नई प्रक्रियाओं, ढांचे, नियमों और राजस्व के स्रोतों को पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में 'विजन 2020' रेलवे की क्षमताओं का विस्तार करेगा जिसमें हाई स्पीड ट्रेन, समयबद्धता और सुरक्षा को ध्यान में रखा जाएगा।
आईटी के साथ बजट में निवेश को महत्व दिए जाने को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा, पिछले साल में हमने काफी सफलता देखी और यह बजट इसमें और सुधार का प्रयास है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा अभी तक पेश किए गए रेल बजटों में यात्री सुविधाओं और रेल उन्नयन जैसे दो मंत्रों को अपनाया गया है। उन्होंने साथ ही कहा कि यह बजट रेलवे की समस्याओं को दूर करने में दूरगामी परिणाम देने वाला होगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा पेश किए गए रेल बजटों की तुलना में रेलवे को ढाई गुना अधिक निवेश प्राप्त हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस रेल बजट का अर्थव्यवस्था में दूरगामी और सकारात्मक योगदान होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, अनारक्षित, सुपरफास्ट ट्रेनों, 'अंत्योदय एक्सप्रेस' और 'दीन दयालु' कोचों को चलाना गरीब की सेवा करने की हमारी अनथक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मणिपुर और मिजोरम के बीच में रेल संपर्क को मजबूती प्रदान करने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि यह 'हर्षित' करने वाली बात है, क्योंकि पूर्वोत्तर में रेल संपर्क हमारी प्राथमिकताओं में से एक है।
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