बिहार में अगर बात मोकामा की हो तो पहला नाम याद आता है बाहुबली अनंत सिंह. वही अनंत सिंह जिनका सिक्का आज तक इस इलाके में चलता है. कहा तो यहां तक जाता है कि मोकामा में एक पत्ता भी बगैर अनंत सिंह से पूछे नहीं हिलता है. ऐसे में अगर उनके ऊपर मोकामा में ही गोली हो जाए तो ये कोई छोटी मोटी घटना नहीं है. आपको बता दें कि बाहुबली अनंत सिंह पर जिसने गोली चलाई है उसकी पहचान सोनू-मोनू के रूप में की गई है. कहा जा रहा है कि सोनू-मोनू और अनंत सिंह के गुट के बीच काफी पहले से ही दुश्मनी रही है. इन दोनों गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई काफी पुरानी है. ऐसे में सवाल ये है कि अनंत सिंह जिनके नाम से बिहार में एक से बढ़कर एक बाहुबली कांप उठते हैं आखिर उनसे टक्कर लेने को तैयार ये सोनू-मोनू हैं कौन? चलिए आज हम आपको सोनू-मोनू की क्राइम कुंडली बताते हैं...
ट्रेन में लूटपाट करने से अपराध की दुनिया में हुई थी एंट्री
सोनू-मोनू 2009 से ही अपराध की दुनिया में सक्रिय हैं.अपराध की दुनिया में एंट्री से पहले सोनू-मोनू मोकामा और आसपास के इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनों में लूटपाट किया करते थे. इसके बाद उन्होंने अपने क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाना शुरू किया. कहा जाता है कि धीरे-धीरे ये अपने गांव से निकलकर यूपी में मुख्तार अंसारी गैंग तक पहुंचे. बताया जाता है कि सोनू-मोनू ने अनंत सिंह के इलाके में अपनी धाक जमाने के लिए मुख्तार अंसारी के गिरोह से संपर्क किया था. सोनू-मोनू चाहते थे कि वह अनंत सिंह के समानांतर ही एक अपनी भी गैंग खड़ी करें. इन्होंने पहले भी कई बार अनंत सिंह को रास्ते से हटाने की कोशिश की थी. कहा तो ये भी जाता है कि कुछ वर्ष पहले ही मोनू ने अनंत सिंह को मारने के लिए 50 लाख रुपये की सुपारी भी दी थी. लेकिन उसका ये प्लान सफन नहीं हो पाया.
आखिर किस बात को लेकर दोनों गुटों में हुई फायरिंग
पुलिस की अभी तक की जांच में पता चला है कि सोनू-मोनू गुट और अनंत सिंह के लोगों के बीच एक घर पर कब्जा करने को लेकर टकराव हुआ है. स्थानीय लोगों का मानना है कि दोनों ही तरफ से 50 से 60 राउंट की फायरिंग हुई है. हालांकि, पुलिस के अनुसार मौके से तीन खोखे ही बरामद हुए हैं. पुरी घटना नौरंगा-जलालपुर की बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि सोनू-मोनू गिरोह ने एक परिवार की पिटाई कर घर से बेदखल कर ताला जड़ दिया था. इसके बाद अनंत सिंह गैंगस्टर के घर आ धमके. अनंत सिंह को अपने घर पर देखकर दोनों भाइयों ने फायरिंग शुरू कर दी. अनंत सिंह का कहना है कि फायरिंग की शुरुआत सोनू-मोनू गुट की तरफ से की गई थी.
पुलिस ने क्या कुछ कहा है
अनंत सिंह और सोनू-मोनू गुट के बीच बुधवार की शाम हुई गोलीबारी को लेकर बिहार पुलिस की जांच चल रही है. अभी तक की जांच में पता चला है कि सोनू-मोनू ने मुकेश कुमार के घर पर ताला लगा दिया था. सोनू-मोनू की इस हरकत से अनंत सिंह काफी गुस्से में थे. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच फायरिंग हो गई. पुलिस की जांच में पता चला है कि सोनू-मोनू ने पैसे की लेनदेन को लेकर मुकेश के घर पर ताला जड़ दिया था.
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