
- बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस द्वारा आयोजित रोजगार मेले में युवाओं की भारी भीड़ के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई.
- मेले में बैरिकेडिंग टूटने और अव्यवस्था के कारण युवाओं को भारी असुविधा और अफरा-तफरी का सामना करना पड़ा.
- कांग्रेस नेताओं ने राज्य में बेरोजगारी और पलायन की समस्या को गंभीर बताया और सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया.
बिहार की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में आज कांग्रेस द्वारा आयोजित रोजगार मेले में युवाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. नौकरी की तलाश में आए युवाओं की संख्या इतनी अधिक थी कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. वीडियो में दिख रहा है कि भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी, जिससे आयोजन स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
रोजगार मेले में बेकाबू भीड़ की वजह के युवाओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा. भीड़ इतनी थी कि पैर रखने की जगह तक नहीं थी. आयोजकों के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया और सुरक्षाकर्मी को हस्तक्षेप करना पड़ा.
धक्का मुक्की, बैरिकेडिंग टूटी; पटना में बेकाबू हुई भीड़
— NDTV India (@ndtvindia) July 19, 2025
बिहार की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में आज कांग्रेस द्वारा आयोजित रोजगार मेले में युवाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. नौकरी की तलाश में आए युवाओं की संख्या इतनी अधिक थी कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. वीडियो में दिख रहा है कि… pic.twitter.com/iWKtwFMh0F
भीड़ से हुई अव्यवस्था ने कर दी रोजगार मेले की चमक फीकी
इस मेले में बिहार के विभिन्न हिस्सों से आए युवा नौकरी की उम्मीद लेकर पहुंचे थे. लेकिन हुजूम की वजह से बदइंतजामी के कारण कई लोग निराश लौटे. कांग्रेस ने इस आयोजन को बिहार के बेरोजगार युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर बताया था, लेकिन अव्यवस्था ने इसकी चमक फीकी कर दी.
बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्ण अल्लावरु ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी और नौकरी की कमी के कारण लोग पलायन करने को मजबूर हैं. अगर एक संगठन रोजगार के लिए काम कर सकता है, तो सरकार क्यों नहीं कर रही है? उन्होंने दावा किया कि जब कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो लाखों लोगों को नौकरी दी जाएगी.

वहीं कांग्रेस से राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि अब नीतीश जी खुद बेरोजगार हो रहे हैं और इस सरकार की वापसी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि फ्री बिजली जैसे नारों से लोगों को कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि इससे समस्या का समाधान नहीं होगा.
रोजगार मेले में पहुंचे युवाओं की शिकायत
हालांकि नौकरी के लिए रोजगार मेला में पहुंचे युवाओं की अपनी शिकायत थी. उन्होंने कहा कि दो-तीन कंपनियों को छोड़कर एक भी कंपनी बिहार की नहीं है. ये कंपनियां बिहार से बाहर नौकरी दे रही है और सैलरी भी कम है.
इससे पहले कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी रोजगार के मुद्दे पर गंभीर हैं और बिहार में उनकी ‘पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा के दौरान यह प्रतिबद्धता स्पष्ट थी. उन्होंने पटना में आयोजित रोजगार मेला का जिक्र करते हुए कहा कि भले ही कांग्रेस सत्ता में न हो, फिर भी वह बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए कदम उठा रही है.
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