
- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नरकटियागंज से किन्नर समाज की माया रानी ने नामांकन दाखिल किया है
- माया रानी ने अपनी लड़ाई पुरानी व्यवस्था और अन्याय के खिलाफ बताया है
- माया रानी ने कहा कि मेरी लड़ाई व्यवस्था से है, किसी पार्टी से नहीं
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नरकटियागंज से किन्नर समाज की माया रानी ने नामांकन दाखिल किया है. उन्होंने साफ कहा है कि मेरी लड़ाई किसी पार्टी या व्यक्ति से नहीं, बल्कि पुरानी व्यवस्था और अन्याय के खिलाफ है. बिहार में एक तरफ जहां तमाम दलों की तरफ से अपने उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लगाई जा रही है वहीं इस चुनाव में ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी की तरफ से भी इसमें हिस्सा लिया जा रहा है.
समाज की आवाज बनेंगी किन्नर माया रानी
माया रानी का मकसद है कि वे समाज के कमजोर और हाशिए पर खड़े लोगों की आवाज विधानसभा तक पहुंचाएं उनका कहना है कि अब समय आ गया है कि उन लोगों की भी सुनी जाए जिनकी ज़िंदगी अक्सर अनदेखी रही. यह सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि लोगों के लिए उम्मीद और भरोसे का अवसर है.
जनता से क्या किया वादा?
रोड शो में माया रानी ने जनता से वादा किया कि इस इलाके का विकास मेरी पहली प्राथमिकता होगी. मैं हर घर की छोटी-बड़ी समस्याओं का समाधान करूंगी. उनके शब्दों में जुनून झलक रहा था. उन्होंने बताया कि उनके लिए हर व्यक्ति की ज़िंदगी मायने रखती है, और हर समस्या उनका व्यक्तिगत मकसद होगी.
बिहार की राजनीति में नया रंग
माया रानी का राजनीति में एंट्री बिहार की राजनीति में नई ऊर्जा और नई सोच लेकर आया है. अब चुनाव सिर्फ बड़े नेताओं का नहीं, बल्कि सामान्य जनता और हाशिए पर खड़े लोगों का भी होगा. नरकटियागंज में माया रानी के कदम ने जनता में उत्साह और नई उम्मीदें पैदा कर दी हैं. लोग अब मानते हैं कि उनके लिए भी राजनीति में जगह और आवाज़ है. उनका यह कदम साबित करता है कि अगर दिल में जज्बा हो, तो कोई भी मुश्किल बाधा रोक नहीं सकती.
ये भी पढ़ें-: धोखा मिला...हेमंत सोरेन की पार्टी का महागठबंधन से ब्रेकअप, क्या झारखंड में भी इंडिया गठबंधन पर पड़ेगा असर?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं