
- जन सुराज पार्टी की भोरे सीट से उम्मीदवार प्रीति किन्नर टिकट मिलते ही विवादों में आ गई हैं.
- पार्टी नेता विजय अमन का आरोप है कि प्रीति किन्नर ने गलत तरीके से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवाया है.
- प्रीति किन्नर ने खुद को दलित बताया है और विजय अमन के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है.
जन सुराज की ट्रांसजेंडर उम्मीदवार प्रीति किन्नर टिकट मिलते ही विवादों में घिर गई हैं. जन सुराज ने उन्हें गोपालगंज की भोरे सीट से उम्मीदवार बनाया है. जन सुराज के ही नेता विजय अमन ने आरोप लगाया है कि प्रीति किन्नर अगड़ी जाति से आती हैं. उन्होंने गलत तरीके से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवाया है. हालांकि प्रीति किन्नर ने इन आरोपों को निराधार बताया है. एनडीटीवी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मैं पासवान जाति से हूं और दलित हूं.
जन सुराज नेता विजय अमन का आरोप है कि प्रीति के गांव कल्याणपुर भारटोली में एक ही दलित परिवार है. प्रीति किन्नर का इस परिवार से संबंध नहीं है. प्रीति किन्नर के कुछ दस्तावेजों पर उनकी जाति पासवान दर्शाई गई है, जबकि जमीन रजिस्ट्री जैसे आधिकारिक कागजातों में उनके पिता का नाम हरिश्चंद्र श्रीवास्तव अंकित है. यही कारण है कि उनकी जाति को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
मेरी छवि खराब की जा रही: प्रीति किन्नर
प्रीति किन्नर ने कहा कि विजय अमन ने पूर्व में भी यह आरोप लगाया था. तब पार्टी ने इसकी जांच की थी. पार्टी का प्रतिनिधिमंडल प्रीति किन्नर के सीतामढ़ी स्थित उनके गांव में भी गया था, जहां उनके दलित जाति के होने पर कोई संशय नहीं है. वे बेबुनियाद आरोप लगाकर मेरी छवि खराब कर रहे हैं.
और ट्रांसजेंडर राजनीति में आएं: प्रीति किन्नर
41 वर्षीय प्रीति किन्नर 2008 से समाजसेवा में सक्रिय हैं. कोरोना के दौरान वे तब चर्चा में आईं जब वे लोगों के घरों में खाना पहुंचा रही थीं. उन्होंने सैकड़ों लोगों को अपने रुपयों से राशन भी पहुंचाया. इससे पहले वे हथुआ अनुमंडल में कई गरीब लड़कियों की शादी करवा चुकी हैं. लोगों से बधाई के रूप में मिले पैसे और क्राउड फंडिंग के जरिए उन्होंने यह सारे काम किए हैं.
प्रीति किन्नर साल भर से कर रही हैं तैयारी
प्रीति किन्नर पिछले साल से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं. उनकी सक्रियता देखकर जन सुराज ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया. इस साल वे पार्टी में शामिल हुईं और अब भोरे से उम्मीदवार हैं. यह सीट काफी हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से फिलहाल सुनील कुमार विधायक हैं. सुनील कुमार राज्य के शिक्षा मंत्री भी हैं. इस सीट पर सिर्फ 13 किन्नर मतदाता हैं और पूरे जिले में सिर्फ 67 किन्नर मतदाता हैं.
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