- मृतक के परिजनों को मिलेगा पांच लाख का मुआवजा
- पुलिस फायरिंग में हो गई थी मौत
- बिहार के समस्तीपुर की है घटना
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समस्तीपुर:
बिहार के समस्तीपुर में हुई पुलिस की फायरिंग में एक वयक्ति की मौत के मामले सरकारी जांच की रिपोर्ट आ गई है. जांच के लिए गठित टीम ने अपनी रिपोर्ट दे दी है. जांच में यह साफ हो गया कि घटना में मरने वाले जीतेंद्र कुमार मालाकार की मौत पुलिस की गोली से हुई थी. अब बिहार सरकार मृतक के आश्रितों को मुआवजे के रूप में पांच लाख रुपये देगी. वहीं, कई पुलिसकर्मियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी. बता दें समस्तीपुर के ताजपुर में दीवाली के एक दिन पहले चिकित्सक जर्नादन ठाकुर की हत्या हो गयी थी. दीवाली के कारण उस दिन लोग शांत रहे. लेकिन अंदर ही अंदर लोग सुलग रहे थे. इसके बाद आक्रोशित लोग सड़क पर उतर गये, थाना पर हिंसक झड़प हुई. इसमें पुलिस की ओर से भी फायरिंग हुई थी, जिसमें जीतेंद्र की मौत हो गयी थी.
यह भी पढ़ें: समस्तीपुर पुलिस फायरिंग में प्रदर्शनकारी की मौत, नीतीश कुमार ने दिए मामले की जांच के आदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना की जांच कराने के आदेश दिये थे. मामले की जांच दरभंगा प्रमण्डल के आयुक्त एचआर श्रीनिवास एवं पुलिस उप महानिरीक्षक बिनोद कुमार ने खुद की.उन्होंने सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. जांच रिपोर्ट की सोमवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह तथा प्रधान गृह सचिव आमिर सुबहानी के साथ समीक्षा की.
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समीक्षा के बाद प्रधान गृह सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि जांच प्रतिवेदन से निष्कर्ष निकाला गया कि जीतेन्द्र कुमार मालाकार की मौत पुलिस की गोली से ही हुई है. ताजपुर थाना पर हुए हिंसक प्रदर्शन, वाहनों में अगलगी और पुलिस निरीक्षक कार्यालय में भीड़ के द्वारा क्षति के समय प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के आदेश से सशस्त्र गृह रक्षकों ने जान-माल की सुरक्षा एवं थाने की सुरक्षा हेतु फायरिंग की थी.
VIDEO: मंदसौर में किसानों पर फायरिंग के बाद कर्फ्यू
प्रधान गृह सचिव ने यह भी बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने निर्णय लिया है कि घटना के समय लापरवाही बरतनेवाले पुलिस निरीक्षक स्तर के तीन पदाधिकारी, ताजपुर के थानाध्यक्ष (अवर निरीक्षक) तथा घटनास्थल पर उपस्थित जिला पुलिस जवानों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. साथ ही मृतक जीतेन्द्र कुमार मालाकार के आश्रितों को सरकार मुआवजे में पांच लाख रुपये देगी. सरकार ने समस्तीपुर के डीएम को मुआवजा राशि अविलम्ब देने का निर्देश दिया है.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना की जांच कराने के आदेश दिये थे. मामले की जांच दरभंगा प्रमण्डल के आयुक्त एचआर श्रीनिवास एवं पुलिस उप महानिरीक्षक बिनोद कुमार ने खुद की.उन्होंने सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. जांच रिपोर्ट की सोमवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह तथा प्रधान गृह सचिव आमिर सुबहानी के साथ समीक्षा की.
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समीक्षा के बाद प्रधान गृह सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि जांच प्रतिवेदन से निष्कर्ष निकाला गया कि जीतेन्द्र कुमार मालाकार की मौत पुलिस की गोली से ही हुई है. ताजपुर थाना पर हुए हिंसक प्रदर्शन, वाहनों में अगलगी और पुलिस निरीक्षक कार्यालय में भीड़ के द्वारा क्षति के समय प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के आदेश से सशस्त्र गृह रक्षकों ने जान-माल की सुरक्षा एवं थाने की सुरक्षा हेतु फायरिंग की थी.
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प्रधान गृह सचिव ने यह भी बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने निर्णय लिया है कि घटना के समय लापरवाही बरतनेवाले पुलिस निरीक्षक स्तर के तीन पदाधिकारी, ताजपुर के थानाध्यक्ष (अवर निरीक्षक) तथा घटनास्थल पर उपस्थित जिला पुलिस जवानों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. साथ ही मृतक जीतेन्द्र कुमार मालाकार के आश्रितों को सरकार मुआवजे में पांच लाख रुपये देगी. सरकार ने समस्तीपुर के डीएम को मुआवजा राशि अविलम्ब देने का निर्देश दिया है.
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