शत्रुघ्न सिन्हा 1999-2004 के दौरान वाजपेयी की अगुवाई वाली राजग सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे.
पटना:
राजनीति के अजातशत्रु कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vaajpayee) अब नहीं रहे. उनके निधन पर हर कोई उन्हें अपने-अपने तरीके से याद कर रहा है. इस मौके पर भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने भी उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर सुनकर उन्हें लगा कि वह 'अनाथ' हो गए हैं, क्योंकि उन्होंने उनके अभिभावकत्व में 'अच्छी राजनीति की कला' सीखी थी. पटना साहिब से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न ने वाजपेयी को 'पिता सरीखे' बताया. अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार शाम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में निधन हो गया था.
पूरे राजकीय सम्मान के साथ शुक्रवार को राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और कई देशों के प्रतिनिधि भी स्मृति स्थल पहुंचे थे. बता दें कि इससे पहले जनसैलाब के बीच दोपहर 1 बजे बीजेपी मुख्यालय से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अटल जी की अंतिम यात्रा के दौरान बीजेपी मुख्यालय से पैदल चलते हुए स्मृति स्थल पहुंचे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अंतिम विदाई देने और अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने के लिए पूरे रास्ते में हुजूम उमड़ा रहा. अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में गुरुवार को निधन हो गया. वह बीते 11 जून से एम्स में भर्ती थे.
शत्रुघ्न सिन्हा 1999-2004 के दौरान वाजपेयी की अगुवाई वाली राजग सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे. सिन्हा ने ट्वीट किया, 'अति श्रद्धेय और सम्मानित संस्थान हमें छोड़कर चले गए, पिता सरीखी शख्सियत हमसे बिछुड़ गई. मुझे महसूस होता है कि सही मायने में मैं अनाथ हो गया. हम सदैव उन्हें याद करेंगे और हमें जीवन के सही मार्ग के संदर्भ में सदैव उनके मार्गदर्शन की कमी खलेगी. मैं उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं.'
VIDEO : राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए अटल बिहारी वाजपेयी
शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया, 'नानाजी देशमुख ने मुझे राजनीति में प्रशिक्षण के लिए वाजपेयी जी और आडवाणी जी के पास भेजा था. दोनों ने ही मुझे प्यार दिया और मुझे पूरे जीवन अपना आशीर्वाद दिया.'
As this most revered & respected institution leaves us, a real Father figure has gone. I feel orphaned in the true sense...We shall always remember you & miss your guidance on the correct path of life. I humbly offer my prayers & heartfelt condolenses to the family & loved ones.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) August 16, 2018
पूरे राजकीय सम्मान के साथ शुक्रवार को राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और कई देशों के प्रतिनिधि भी स्मृति स्थल पहुंचे थे. बता दें कि इससे पहले जनसैलाब के बीच दोपहर 1 बजे बीजेपी मुख्यालय से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अटल जी की अंतिम यात्रा के दौरान बीजेपी मुख्यालय से पैदल चलते हुए स्मृति स्थल पहुंचे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अंतिम विदाई देने और अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने के लिए पूरे रास्ते में हुजूम उमड़ा रहा. अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में गुरुवार को निधन हो गया. वह बीते 11 जून से एम्स में भर्ती थे.
End of an Era..What an excellent human being! One of the greatest Parliamentarians, an exemplary orator & exceptional thrice PM of India, Atal Bihari Vajpayee is no more! An intellectual par excellence, man with tremendous wisdom, a fantastic sense of humour & kind hearted poet.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) August 16, 2018
शत्रुघ्न सिन्हा 1999-2004 के दौरान वाजपेयी की अगुवाई वाली राजग सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे. सिन्हा ने ट्वीट किया, 'अति श्रद्धेय और सम्मानित संस्थान हमें छोड़कर चले गए, पिता सरीखी शख्सियत हमसे बिछुड़ गई. मुझे महसूस होता है कि सही मायने में मैं अनाथ हो गया. हम सदैव उन्हें याद करेंगे और हमें जीवन के सही मार्ग के संदर्भ में सदैव उनके मार्गदर्शन की कमी खलेगी. मैं उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं.'
VIDEO : राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए अटल बिहारी वाजपेयी
शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया, 'नानाजी देशमुख ने मुझे राजनीति में प्रशिक्षण के लिए वाजपेयी जी और आडवाणी जी के पास भेजा था. दोनों ने ही मुझे प्यार दिया और मुझे पूरे जीवन अपना आशीर्वाद दिया.'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं