Tulsi ke patte khane ke fayde : सदियों से परंपरा रही है कि हमारे घर के आंगन या बालकनी में एक तुलसी का पौधा जरूर लगाया जाता है. इसका धार्मिक महत्व काफी ज्यादा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक नेचुरल मेडिसिन (Health Benefits of Tulsi Leaves in Hindi) भी है. तुलसी में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो 100 से ज्यादा बीमारियों में राहत देते हैं. चाहे सर्दी-खांसी हो, तनाव हो या दिल-लीवर से जुड़ी कोई समस्या (Tulsi Benefits for Heart Liver and Lungs), हर में यह पौधा बेहद कारगर होता है. तुलसी के पत्ते खाने पाचन संबंधी समस्याएं जैसे गैस और एसिडिटी, डायबिटीज और त्वचा रोग जैसी कई बीमारियां दूर होती हैं. आइए जानते हैं, तुलसी का इस्तेमाल (Basil Leaves Medicinal Properties and Uses), इससे कौन-कौन सी बीमारियां ठीक होती हैं और यह शरीर के किन अंगों के लिए सबसे फायदेमंद है.

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तुलसी से कौन-कौन सी बीमारियां ठीक होती हैं (Which Diseases are Cured by Tulsi)
तुलसी के पत्तों में एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यही वजह है कि यह शरीर की कई सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों तक से बचाव करती है. सर्दी और खांसी में तुलसी के पत्तों का काढ़ा गले को आराम देता है और बलगम निकालने में मदद करता है. बुखार और फ्लू में इसमें मौजूद युजेनॉल (Eugenol) और सिनेओल (Cineole) जैसे तत्व इंफेक्शन से लड़ते हैं. दमा, ब्रोंकाइटिस और सांस की दिक्कत में तुलसी का सेवन बेहद फायदेमंद होता है. यह गैस, पेट दर्द और एसिडिटी को कम करती है. नियमित रूप से तुलसी के पत्ते खाने से डायबिटीज के मरीजों में शुगर लेवल कंट्रोल रहता है. तुलसी कोलेस्ट्रॉल घटाकर हार्ट डिजीज से भी बचाने में मदद करती है.
तुलसी किस अंग के लिए सबसे अच्छी है (Tulsi is best for which Body Part)एक्सपर्ट्स के अनुसार, तुलसी पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है, लेकिन यह कुछ खास अंगों पर चमत्कारिक असर डालती है. तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट दिल की नसों को मजबूत बनाते हैं और ब्लड फ्लो को बेहतर करते हैं. यह फेफड़ों को साफ रखती है और उनमें जमा टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है. तुलसी के रस से डाइजेशन दुरुस्त रहती है और आंतों के इंफेक्शन से राहत मिलती है. इसकी पत्तियों का सेवन और रस त्वचा के दाग-धब्बे और मुंहासों को दूर करने में मदद करता है. तुलसी तनाव और चिंता को कम करती है और मूड को बेहतर बनाती है.

तुलसी का उपयोग भारत के हर घर में किया जाता है, कहीं पर तुलसी की पूजा की जाती है तो कहीं पर चाय में तुलसी डालकर पी जाती है. दरअसल तुलसी का इस्तेमाल दवाई के तौर पर किया जाता है. इसके इस्तेमाल से त्वचा और बालों में सुधार होता है. यह रक्त शर्करा के स्तर को भी काफी हद तक कम करता है और इसका चू्र्ण मुंह के छालों के लिए प्रयोग किया जा सकता है. इसकी पत्तियों के रस को बुखार, ब्रोकाइटिस, खांसी, पाचन संबंधी शिकायतों में देने से राहत मिलती है.

पुरुषों के लिए तुलसी एक नेचुरल एनर्जी बूस्टर मानी जाती है. इसमें मौजूद जिंक और विटामिन C इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और स्टैमिना को सुधारते हैं. तुलसी पुरुषों के हार्मोन बैलेंस में मदद करती है और मेंटल स्ट्रेस को कम करती है. इसके अलावा, तुलसी की पत्तियां ब्लड प्रेशर कंट्रोल में भी मदद करते हैं, जो पुरुषों में आम समस्या बनती जा रही है.
क्या तुलसी लीवर को साफ करती है (Does Basil Cleanse Liver)आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, तुलसी एक बेहतरीन डिटॉक्स एजेंट है. यह शरीर से टॉक्सिन निकालने में मदद करती है और लीवर के काम करने की क्षमता को बढ़ाती है. तुलसी का रस हर सुबह खाली पेट लेने से लीवर साफ रहता है और पाचन बेहतर होता है. अगर आप ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना खाते हैं या दवाइयां लेते हैं, तो तुलसी आपके लीवर को प्रोटेक्शन शील्ड देती है.

तुलसी का अर्क बालों को झड़ने से रोकता है और स्कैल्प को हेल्दी रखता है.
- तुलसी चाय पीने से माइग्रेन और सिरदर्द में आराम मिल सकता है.
- तुलसी का रस मच्छरों और कीड़ों के काटने से होने वाली खुजली को ठीक करता है.
- तुलसी का सेवन महिलाओं में हार्मोन बैलेंस करने और पीरियड्स की परेशानी कम करने में भी मदद करता है.
- अगर आपको कोई एलर्जी है तो तुलसी के पत्ते चबाने से बचे और डॉक्टर की सलाह लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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