बिहार में बीपीएससी (BPSC) छात्रों का आंदोलन जारी है. छात्र री एग्जाम की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए खान सर ने एक बार फिर छात्रों के आंदोलन को जायज बताया और कहा कि सरकार को बड़ा फैसला लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार अभी अगर बच्चों का परीक्षा नहीं लेती है तो 6 महीना में सरकार का भी परीक्षा होने वाली है. हमलोग पूरे बिहार में जाकर लोगों से कहेंगे कि हमने सरकार से बच्चों के लिए भीख मांगी लेकिन सरकार ने हमारी बात को नहीं माना.
खान सर ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि बहुत जल्द इस मुद्दे पर फैसला होगा. उन्होंने कहा कि हमें अदालत पर भी पूरा भरोसा है. अदालत से कभी अन्याय नहीं होगा. हमलोग के पक्ष में ही फैसला आएगा. री एग्जाम की मांग पूरी तरह से जायज है.
भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
खान सर ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें हजारों करोड़ रुपये का खेल हुआ है. उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करेंगे कि ईडी या सीबीआई से जांच करवा ले. बच्चों का दुख दर्द बच्चे ही झेल रहे हैं. इस मुद्दे की जब तक बड़े स्तर पर जांच नहीं होती है तब तक यह खत्म नहीं होगी. इसमें कहीं से भी बच्चों की मांग गलत नहीं है. लेकिन अगर आयोग आंख बंद कर लेगी और सरकार भी आंख बंद कर के रखेगी तो बच्चे कहां जाएंगे?
खान सर ने कहा कि शिक्षा माफियाओं का मनोबल बढ़ा हुआ है. इस गिरोह को भी झटका लगेगा अगर सरकार री एग्जाम जैसा कदम उठाती है तो. उन्होंने कहा कि अगर यह आंदोलन लंबा जाता है तो यह सरकार के लिए भी सही नहीं होगा. इसमें अगर आयोग रीएग्जाम करवा देती है तो बच्चों की जो थोड़ी सी नाराजगी है वो भी दूर हो जाएगी.
छात्र क्यों कर रहे हैं आंदोलन?
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा, जो 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई थी को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है. पटना के बापू सभागार में आयोजित परीक्षा में प्रश्न पत्र वितरण में देरी और पेपर लीक के आरोपों के चलते परीक्षार्थियों ने हंगामा किया और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में अनियमितताएं हुई हैं, प्रश्न पत्र स्तरहीन थे, और कुछ प्रश्न निजी कोचिंग संस्थानों के मॉडल प्रश्न पत्रों से मेल खाते थे. वे पूरी परीक्षा रद्द कर पुनः आयोजित करने की मांग कर रहे हैं.
पूरे मामले पर बीपीएससी का क्या कहना है?
बीपीएससी ने छात्रों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि परीक्षा पारदर्शी और निष्पक्ष हुई थी. उन्होंने छात्रों से मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटने की अपील की है. वहीं, राज्य सरकार ने कहा है कि यदि किसी के पास अनियमितताओं के सबूत हैं, तो वे प्रस्तुत करें; सरकार उचित कार्रवाई करेगी.
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