- प्रशांत किशोर ने बिहार चुनाव के बाद किसी भी गठबंधन में शामिल होने या किंगमेकर बनने से साफ इनकार किया है.
- उन्होंने कहा कि जन सुराज सरकार बनाएगी या विपक्ष में बैठेंगे. जरूरत पड़ी तो एक और चुनाव के लिए भी तैयार हैं.
- किशोर ने भाजपा पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बिहार की तुलना में गुजरात को ज्यादा प्राथमिकता दे रही है.
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद किसी भी तरह के गठबंधन से इनकार करते हुए, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बड़ा राजनीतिक दांव खेला है. प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी जन सुराज अगर सत्ता में नहीं आती है या उसे स्पष्ट जनादेश नहीं मिलता है तो वह किंगमेकर नहीं बनेगी और राज्य में किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी. उन्होंने यहां तक कहा है कि अस्थिरता की स्थिति में वह फिर से चुनाव कराने के लिए भी तैयार रहेंगे. एएनआई के साथ एक विशेष इंटरव्यू में राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने साफ किया कि वह अपनी पार्टी के सिद्धांतों से समझौता करने के बजाय जनता के साथ काम करना जारी रखना पसंद करेंगे. NDTV पावरप्ले बिहार के मंच पर प्रशांत किशोर ने सादे कागज पर लिखकर दिया था कि वो न चुनाव से पहले गठबंधन करेंगे और न परिणाम के बाद करेंगे.
प्रशांत किशोर ने कहा, "अगर बिहार की जनता अभी बदलाव नहीं चाहती तो हम उनके साथ रहेंगे और अगले पांच साल तक काम करते रहेंगे. सरकार में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता. जन सुराज अपने बल पर सरकार बनाएगी या हम विपक्ष में बैठेंगे और जरूरत पड़ी तो हम एक और चुनाव भी करवाएंगे, चाहे वह दोबारा हो. हम भाजपा के खिलाफ हैं, हम वैचारिक आधार पर उनका विरोध करते हैं."
सबसे बुरा क्या हो सकता है?... प्रशांत किशोर ने बताया
साथ ही उन्होंने कहा, "हमने जन सुराज के निर्माण में अपना खून-पसीना एक कर दिया है और बदलाव दिखने लगा है तो चलिए नतीजों का इंतजार करते हैं. जब नतीजे आएंगे तो सबसे बुरा क्या हो सकता है? हो सकता है कि इस बार जन सुराज को उतनी सीटें न मिलें, फिर हम अगले पांच साल काम करेंगे. इतनी जल्दी क्या है? मैं 48 साल का हूं, मैं इस काम के लिए पांच साल और दे सकता हूं."
प्रशांत किशोर ने शनिवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह गुजरात को ज्यादा तरजीह दे रही है, जबकि बिहार में कारखाने लगाने में अनदेखी हो रही है.
BJP-RJD पर भी जमकर बरस रहे प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने एक चुनावी रैली में कहा, "वे (भाजपा) बिहार से वोट लेते हैं, इसलिए उन्हें बिहार में भी कारखाने लगाने चाहिए. पिछले 15 सालों से प्रधानमंत्री मोदी बिहार में नहीं बल्कि गुजरात में कारखाने लगा रहे हैं."
विपक्षी महागठबंधन और सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन पर निशाना साधते हुए किशोर ने कहा, "क्या यह आपको स्वीकार्य है? 'नीतीश चाचा रहेंगे की जाएंगे?' क्या आप 'लालू का लालटेन' चाहते हैं? लालटेन का जंगलराज? अब अगर आप लालू, नीतीश या मोदी को वोट नहीं देंगे तो फिर कौन बचेगा?"
बिहार में विधानसभा चुनाव का पहला चरण गुरुवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, जिसमें रिकॉर्ड 65.08% मतदाताओं ने मतदान किया शेष 122 निर्वाचन क्षेत्रों में दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होगा. मतगणना 14 नवंबर को होगी.
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