
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA और इंडिया गठबंधन में सीटों का सही बंटवारा एक बड़ी चुनौती बना हुआ है.
- शुक्रवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में बिहार के कद्दावर नेता तारिक अनवर शामिल नहीं हुए.
- तारिक अनवर प्रत्याशी चयन प्रक्रिया से नाराज बताए जा रहे हैं. हालांकि पूछे जाने पर उन्होंने कुछ और ही बताया.
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा दोनों गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. NDA हो या इंडिया गठबंधन, सहयोगी दलों की मांगों को 243 सीटों में सही तरीके से बांटना बड़ा सवाल बना हुआ है. सीट बंटवारे की चर्चा के बीच नेताओं की नाराजगी के स्वर भी सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को इंडिया गठबंधन के सीटों के बंटवारे की चर्चा के बीच दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई. लेकिन इस बैठक में कांग्रेस के कद्दावर नेता तारिक अनवर शामिल नहीं हुए.
दिल्ली में हुई कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक
दिल्ली में हुई कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक पार्टी नेता अजय माकन की अध्यक्षता में हुई. इस कमेटी का काम उम्मीदवारों का चयन होता है. इसी सिलसिले में आज की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें कमेटी के सदस्यों के अलावा बिहार से पार्टी के सांसदों को भी अपनी राय देने के लिए बुलाया गया था.
उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया को लेकर तारिक अनवर नाराज
लेकिन बिहार में पार्टी के सबसे पुराने और कद्दावर नेता और कटिहार से लोकसभा सांसद तारिक अनवर बैठक में शामिल नहीं हुए. सूत्रों ने बताया कि तारिक अनवर पार्टी में उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया को लेकर नाराज़ और नाखुश हैं. अनवर का मानना है कि जबतक गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर कोई फैसला नहीं हो जाता तबतक उम्मीदवारों के चयन की बात करना बेमानी है.

मेरे पास पार्टी को बताने या सुझाव देने के लिए कुछ नहींः तारिक अनवर
हालांकि जब NDTV ने तारिक अनवर से बात की तो उन्होंने नाराजगी से इनकार किया. लेकिन एक चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि उनके पास पार्टी को बताने या सुझाव देने के लिए कुछ नहीं था, इसलिए वो बैठक में शामिल नहीं हुए. सियासी सरगर्मी के बीच सांसद का यह बयान तेवर दिखाने वाला माना जा रहा है.
अनवर बोले- जरूरत होगी तो पार्टी अध्यक्ष को अपनी राय बताएंगे
कटिहार सांसद तारिक अनवर ने आगे कहा कि अगर जरूरत होगी तो वो पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपनी राय से अवगत कराएंगे. अनवर ने एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि वो चाहते हैं कि जल्द से जल्द सीट बंटवारे का काम पूरा हो ताकि पार्टी के उम्मीदवार अपना चुनाव अभियान शुरू कर सकें.
पिछले चुनाव में 70 में से 17 सीटें जीती थी कांग्रेस
दअरसल इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे पर पेंच फंसा हुआ है और कोई अंतिम फ़ैसला नहीं हो पा रहा है. कांग्रेस को 2020 के विधानसभा चुनाव में लड़ने के लिए 70 सीटें दी गई थीं, जिसमें महज 19 सीटों पर उसके उम्मीदवारों को जीत हासिल हो सकी.
ऐसे में RJD और गठबंधन की बाकी सहयोगियों का मानना है कि इस बार कांग्रेस को 70 से कम सीटें मिलनी चाहिए और पिछली बार अच्छा प्रदर्शन करने वाले दलों को ज़्यादा सीटें मिलनी चाहिए. इसके अलावा इस बार कुछ नए दल भी गठबंधन के साथ जुड़े हैं. कुछ सीटों को लेकर भी RJD और कांग्रेस के बीच बात नहीं बन पाई है.
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