- बिहार चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी और आरजेडी के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है
- रोहिणा आचार्या ने पलटवार करते हुए बीजेपी से तीखे सवाल भी पूछे हैं
- रोहिणा ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा से इनकार किया और सक्रिय राजनीति में वापसी की चर्चाओं को निराधार बताया है
बिहार चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही राजनीतिक बयानबाजी और तेज हो गई है. बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के छपरा से उम्मीदवार खेसारी लाल यादव को लेकर की गई टिपप्पणी के मामले में अब लालू यादव की बेटी रोहिणा आचार्या ने मोर्चा संभाल लिया है. रोहिणा आचार्या ने कहा कि बीजेपी के लोग खेसारी लाल यादव को नचनिया बता रहे हैं लेकिन वो कभी अपनी पार्टी में नहीं देखते. मैं पूछना चाहती हूं कि उनकी पार्टी में शामिल मनोज तिवारी, रवि किशन, हेमा मालिनी जैसे लोग डांसर नहीं हैं तो और क्या हैं.
आपको बता दें कि खेसारी लाल यादव के आरजेडी में शामिल होने के बाद बीजेपी ने कहा था कि आरजेडी नचनिया को भी टिकट दे रहा है. रोहिणी आचार्या ने अपने पलटवार बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत का भी जिक्र किया.आचार्य के जवाब से बीजेपी और आरजेडी के नेताओं के बीच वार-पलटवार का सिलसिला शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. आचार्य का कहना है कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है. उन्होंने सक्रिय राजनीति में अपनी वापसी की चर्चा को "निराधार अफवाहें" बताया. उन्होंने 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ा और सारण में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से हार गईं.
लालू यादव और राबड़ी देवी के परिवार से उनके तेजस्वी और तेजप्रताप यादव इस बार चुनावी मैदान में है. मीसा भारती तेजस्वी यादव के साथ खड़ी हैं, जबकि छोटे आचार्य ने तेज प्रताप को समर्थन दिया है. रोहिणी आचार्य, जिन्होंने अपने पिता को तब किडनी दान की थी जब वह बहुत बीमार थे, ने अक्सर लालू यादव द्वारा तेजस्वी यादव के समर्थन पर अपनी निराशा का संकेत दिया है. जिस दिन वो आरजेडी में शामिल हुए, उस दिन खेसारी यादव ने कहा कि वह बिहार को विकास की ओर ले जाने में "भाई" तेजस्वी यादव को दूसरा मौका दिलाने में मदद करना चाहते हैं.
उधर, भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने कहा कि मैंने हमेशा यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि जैसे मैं अपने बच्चों को मुंबई में बड़ा कर रहा हूं, उन्हें अच्छे स्कूल और अस्पताल मुहैया करा रहा हूं. वैसे ही बिहार के बच्चों का भविष्य भी हमारी तरह सुरक्षित होना चाहिए और हमारे बच्चों को दूसरे राज्यों में नहीं जाना चाहिए. इसलिए एक बदलाव की जरूरत है और मैं उस बदलाव में योगदान देना चाहता हूं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं