Bihar: बिहार (Bihar) में एक दूसरा AIIMS बनेगा, इसकी घोषणा तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015 के बजट में की थी लेकिन आज तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. इस बीच उत्तर बिहार में अब स्थानीय लोगों ने इस विलंब पर विरोध जताते हुए गांव-गांव से ईंट इकट्ठा करना शुरू कर दिया है और अगले महीने सांकेतिक शिलान्यास करने की घोषणा कर दी है. आजकल उत्तर बिहार ख़ासकर दरभंगा, मधुबनी में मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन के सदस्य गांव-गांव घूम रहे हैं और घरों से ईंट इकट्ठा कर रहे हैं. इनका कहना है कि चुनाव के ऐन मौक़े पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा तो कर दी लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ.
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वैसे बिहार सरकार मानती है कि विलंब हुआ लेकिन बहुत सालों तक ये दूसरा AIIMS कहां बनेगा उसके पचड़े में फंसा रहा क्योंकि तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने इसे अपने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था. लेकिन हुआ वही जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते थे कि इसका निर्माण दरभंगा में हो. लेकिन इन सबके बीच अब छह साल बीत गए.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कहते हैं, 'स्वाभाविक रूप से कोरोना के कारण विकासात्मक कार्यों पर असर हुआ है लेकिन उसके बाबजूद ये सारे काम चल रहे हैं, शीघ्र ही सारे कामों में प्रगति दिखेगी.'लेकिन सच्चाई यही है कि डबल इंजन की सरकार ये बताने की स्थिति में नहीं है कि आख़िर निर्माण कार्य कब शुरू होगा.
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