
- अमित शाह बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति और संगठन की बैठकें कर रहे हैं.
- अमित शाह आज डेहरी-ऑन-सोन और बेगूसराय में लगभग 2400 नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे.
- बैठक में बिहार को 5 संगठनात्मक जोन में बांटकर चुनावी तैयारी, सीटवार प्रत्याशियों और प्रचार योजनाओं पर चर्चा.
Amit Shah Bihar Visit : बिहार विधानसभा सभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर हैं और वह इस दौरान बीजेपी के संगठन की अहम बैठक लेंगे. बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह का लक्ष्य है, पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरना और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करना. बिहार में जीत के लिए BJP का 'पंचतंत्र' तैयार है. रणनीति के तहत अमित शाह आज डेहरी और बेगूसराय में बैठकें करेंगे. अमित शाह इन दोनों जगहों पर होने वाली बैठकों से पहले उस क्षेत्र के बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करेंगे और चुनाव को लेकर फीडबैक लेंगे. एक अनुमान के मुताबिक, अमित शाह बिहार दौरे के दौरान लगभग 2400 नेताओं से बातचीत करेंगे.
अमित शाह की डेहरी और बेगूसराय में बैठक
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी अपनी रणनीति बनाने में जुटी हुई है. बीजेपी के चाणक्य भी अब ग्राउंड में उतर गए हैं. बीजेपी ने बिहार के लिए रणनीति तैयार कर ली है. बीजेपी ने बिहार को 5 क्षेत्रों में बांटे हैं. गुरुवार को अमित शाह दो क्षेत्रों की बैठक में शामिल होंगे. अमित शाह की डेहरी वाली बैठक में रोहतास, कैमूर, आरा, बक्सर, पूर्वी गया, पश्चिमी गया, नवादा, जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद के सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य के साथ-साथ बीजेपी के अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे. बेगूसराय वाली बैठक में पटना ग्रामीण, पटना महानगर, बाढ़, नालंदा, शेरपुरा, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, खगड़िया और बेगूसराय के सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य और अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक में चुनावी तैयारी और सीटवार संभावित प्रत्याशियों पर चर्चा होगी.
बीजेपी का 'घर घर संपर्क अभियान'
बिहार में बीजेपी आज 'घर घर संपर्क अभियान' शुरू कर रही है. ये इलेक्शन कैंपेन 18-24 सिंतबर तक चलेगा. इसमें बूथ-स्तर के नेता व कार्यकर्ता सीधे आम लोगों तक पहुंचेंगे. इस दौरान कार्यकर्ता सरकार और केंद्र द्वारा चलाई जा रही योजनाएं एवं उनके लाभों की जानकारी लोगों को घर-घर जाकर देंगे.
अमित शाह की बैठकें चुनावी रणनीति, वोटर्स से संवाद, सीट-बंटवारे की संभावनाएं, प्रचार अभियानों की रूपरेखा आदि पर केंद्रित होंगी. इन बैठकों का संभावित एजेंडा.
बेहतरीन चुनावी रणनीति तैयार करना
अमित शाह बिहार में बीजेपी के 20 जिलों के कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ बैठकों की योजना बना रहे हैं, ताकि रणनीति को अंतिम रूप दिया जा सके.
क्या हो 'ग्राउंड प्लान'
अमित शाह इन बैठकों के दौरान बिहार चुनाव के लिए पूरी रूप रेखा तैयार करने की कोशिश करेंगे. दरअसल, ये बैठकें 'ग्राउंड प्लान' को मजबूत बनाने के लिए हो रही हैं. बिहार चुनाव में किस तरह ज्यादा से ज्यादा सीटें जीती जाएं, किन क्षेत्रों में कमज़ोर महसूस किया जा रहा है, किन कमियों को को दूर करना है. इन सभी बातों पर विचार किया जाएगा.
कार्यकर्त्ताओं के मनोबल को बढ़ाना
जनसंवाद और पार्टी संगठन को सक्रिय करने पर भी अमित शाह का जोर होगा. स्थानीय कार्यकर्त्ताओं के मनोबल को बढ़ाना, पार्टी संगठन को जोड़ना, एवं शीर्ष नेताओं के निर्देशों के अनुरूप काम सुनिश्चित करना भी एजेंडे में होगा.
2400 नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक
अमित शाह की डेहरी-ऑनसोन में सुबह 11 बजे मगध एवं शाहाबाद के जिलों के करीब 2400 नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी. दोपहर में बेगूसराय में अन्य जिलों के नेताओं से मुलाकात होगी.
पहले डेहरी-ऑन-सोन, फिर बेगूसराय... अमित शाह का शेड्यूल
अमित शाह की इस बैठक को अलग-अलग जोन में बांटा गया है. भाजपा ने बिहार को पांच संगठनात्मक जोन में बांटा है. जोन के हिसाब से अमित शाह की कार्यकर्ताओं से संवाद की योजना है. अमित शाह आज दो जोन के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. पहला सत्र होगा डेहरी-ऑन-सोन (Rohtas जिला) के कार्यकर्ताओं के साथ लगभग 11 बजे करेंगे और दूसरा सत्र बेगूसराय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ दोपहर 12 बजे होगा. दोनों जोन की बैठक में लगभग 2400 नेता होंगे. इनमें जिला अध्यक्ष, विधायक (MLAs) और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. साथ ही अमित शाह से मिलने के लिए साधु-संतों, धार्मिक नेताओं, तथा NDA सहयोगी दलों के नेताओं की संभावित उपस्थिति की भी सूचना है.
अमित शाह के बिहार दौरे का मुख्य उद्देश्य है कि एनडीए में आपसी समन्वय बनाकर चुनाव में जाना, जिससे ज्यादा से ज्यादा फायदा एनडीए को मिले. इस बार के विधानसभा चुनाव में एनडीए कोई गलती नहीं करना चाहेगी कि एनडीए के अंदर आपसी समन्वय बिगड़े, क्योंकि इसका सीधा फायदा इंडिया गठबंधन को हो सकता है. इस बार राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्रा ने कुछ माहौल जनता के बीच में बनाया है, लेकिन अमित शाह की कोशिश रहेगी कि इस दौरे के जरिए बीजेपी के संगठन को मूल मंत्र देकर चुनाव के लिए तैयार किया जाए.
ये भी पढ़ें :- बिहार की चुनावी बिसात में बीजेपी के 'चाणक्य', पटना में आज 10,000 साधु-संतों से मिलेंगे
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं