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ब्लॉग राइटर
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अलविदा कलाम! हम तुम्हें भी जल्दी ही भूल जाएंगे...
किसी ने कहा वह जनता के राष्ट्रपति थे। किसी ने कहा वह बच्चों के राष्ट्रपति थे। सारी पार्टियों के नेताओं ने कहा, वह हमारे अजीज राष्ट्रपति थे। दोस्त थे, बेहद शानदार इंसान थे। कोई यहां तक कह गया कि वे तो हमारे बनाए राष्ट्रपति थे। सबने याद किया! लेकिन कलाम चाहते क्या थे?