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ब्लॉग राइटर
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राजीव पाठक : जंगलराज के बावजूद लालू यादव क्यों अब भी हैं पिछड़ों के मसीहा
सबसे पहले तो मैं ये बताना चाहता हूं कि ये ब्लॉग लिखने की वजह यह है कि मैं एक नॉन-रेसिडेंट बिहारी हूं। विदेश में नहीं, बल्कि गुजरात के अहमदाबाद में रहता हूं। हर थोड़े वक्त पर बिहार जाता रहता हूं, इसलिए शायद बिहार की बदलती तस्वीर को ज्यादा अच्छी तरह से महसूस कर पाता हूं।