मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 : कांग्रेस ने राजपुर से बाला बच्चन को मैदान में उतारा है.
नई दिल्ली:
बाला बच्चन मध्य प्रदेश की राजनीति में सबसे उभरते हुए सितारे हैं. बाला बच्चन दिग्विजय सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. वे राजपुर से 4 बार विधायक रह चुके हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस में अपनी अलग साख रखने वाले बाला बच्चन को कांग्रेस पार्टी ने फिर से राजपुर से टिकट दिया है. बता दें कि वर्तमान समय में वो कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. बताया जाता है कि बाला बच्चन का आरंभिक जीवन काफी कष्टपूर्ण रहा, वे बहुत गरीब परिवार से थे उनके पिता मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे. बाला बच्चन ने भी अपने पिता के साथ खेतों में काम किया और साथ में पढाई भी की. बाला बच्चन की रूचि स्कूली जीवन से ही राजनीति में थी. वे स्कूल के समय से ही छात्र राजनीति में सक्रिय थे.
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बाला बच्चन की शुरुआती शिक्षा उनके ग्रह ग्राम कासेल मे ही हुई. उन्होंने माध्यमिक शिक्षा अपने गांव से ही पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए राजपुर के एक सरकारी विद्यालय में एडमिशन लिया था. इसके बाद स्कॉलर के दम पर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए इंदौर चले गए. इंजीनियरिंग की पढाई के अंतिम वर्ष में उनकी राजनीतिक जीवन की असली मायने में शुरुआत हुई.अपने राजनीतिक जीवन में बाला बच्चन सरल व्यक्तित्व की वजह से जाने जाते हैं. हजारों कार्यकर्ताओं के नाम याद रखना व उनसे लगातार संवाद स्थापित करना उनके राजनीतिक जीवन को और महकाती है.
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बाला बच्चन का राजनीतिक जीवन शुरू हुआ साल 1993 के विधानसभा चुनाव से, जिसमें वे पहली बार राजपुर से विधायक चुने गए. उस समय सबसे युवा विधायक के नाम का रिकॉर्ड भी बाला बच्चन के नाम पर स्थापित हो गया. वे 1998 में दोबारा विधायक चुने गए और स्वास्थ्य मंत्रालय जैसे बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी उन्होंने संभाली.
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कांग्रेस पार्टी ने राजपुर से फिर से बाला बच्चन को टिकट दिया है. अब देखना है कि बाला बच्चन के पांचवीं बार विधायक बनने का ख्वाब पूरा हो पाता है या नहीं
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