बसपा प्रमुख मायावती (फाइल फोटो)
अंबेडकरनगर / बहराइच: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के 'कसाब' वाले विवादास्पद बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि अमित शाह से बड़ा 'कसाब' नहीं हो सकता. अमित शाह ने बुधवार को एक चुनावी सभा में कांग्रेस-समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए संक्षिप्त शब्द 'कसाब' ('क से कांग्रेस, ‘स’ से सपा और ‘ब’ से बसपा) गढ़ते हुए कहा था कि जब तक यूपी में इनका खात्मा नहीं होगा, तब तक राज्य का भला नहीं होगा. अमित शाह के इस बयान के जवाब में मायावती ने गुरुवार को अंबेडकरनगर में एक रैली में कहा, "आज अपने देश में अमित शाह से बड़ा कोई भी कसाब नहीं हो सकता है." मायावती ने कहा कि अमित शाह ने बुधवार को 'कसाब' वाली बात कहकर साबित कर दिया है कि भाजपा नेता की सोच कितनी घटिया है. दरअसल अजमल कसाब मुंबई आतंकवादी हमले का दोषी था, जिसे बाद में फांसी दी गई थी. मुंबई आतंकी हमले में शामिल पाकिस्तानी नागरिक कसाब के सभी साथी मार दिए गए थे और अकेला कसाब ही जिंदा पकड़ा गया था.
मायावती ने गुरुवार को ही बहराइच की एक चुनावी सभा में कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा के लगभग पांच साल और केंद्र में भाजपा के पौने तीन वर्ष के कार्यकाल के दौरान दोनों ही सरकारों की गलत नीतियों और कार्यकलापों के कारण प्रदेश की 22 करोड़ जनता नाराज और आक्रोशित है. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने किसी भी चेहरे को प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने की अभी तक हिम्मत नहीं जुटा पाई है. सपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा अपनी सरकार में शुरू से ही कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के मामले में जबर्दस्त दागी चेहरा रहा है.
मायावती ने कहा कि जिस सपा को अराजक, आपराधिक, सांप्रदायिक, भ्रष्टाचारी और जंगलराज आदि का खास प्रतीक माना जाता है, उसके साथ कांग्रेस भी गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. ऐसी स्थिति में अब यहां प्रदेश की आम जनता को तय करना है कि क्या वह सपा-कांग्रेस गठबंधन के दागी चेहरे को वोट देंगे या इसके स्थान पर इन सभी तत्वों का सफाया कर हर स्तर पर कानून का राज करने वाली बसपा के 'बेदागी' चेहरे को अपना वोट देंगे. (इनपुट भाषा से)