झांसी: ऐतिहासिक झांसी शहर बुंदेलखंड इलाके की राजनीति का दशकों से केंद्र रहा है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने 2014 में यहां से लोकसभा चुनाव जीता था. लेकिन इस बार यहां बीजेपी की राह यहां आसान नहीं दिखती है. इस बार स्थानीय स्तर पर जातीय समीकरणों से बीजेपी प्रत्याशी और स्थानीय विधायक रवि शर्मा को निपटना पड़ रहा है. झांसी नगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 3.96 लाख मतदाता हैं. इनमें ऊंची जाति के करीब 1.60 लाख हैं जबकि जाटव और अन्य अनुसूचित जातियों के करीब 92000 मतदाता हैं. झांसी में मुस्लिम वोटरों की संख्या 50000 के आस पास है. बीजेपी प्रत्याशी और झांसी के विर्तमान विधायक रवि शर्मा कहते हैं, 'बीजेपी के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है विकास, हम यूपी को सांप्रदायिकता और जातिवाद से मुक्त कराना चाहते हैं.'
बीएसपी प्रत्याशी सीताराम कुशवाहा पार्टी के परंपरागत वोटबैंक के साथ साथ छोटे कारोबारियों की दुकानों में घूम घूम कर प्रचार कर रहे हैं. सीताराम ने एनडीटीवी से कहा, 'नोटबंदी बीएसपी के लिए एक बड़ा चुनावी मुद्दा है.' उधर कांग्रेस-सपा के साझा प्रत्याशी राहुल राय के निशाने पर सीधे प्रधानमंत्री मोदी हैं.
राहुल ने एनडीटीवी से कहा, '2014 में चुनी गई सरकार जुमलों वाली सरकार निकली. बुंदेलखंड के लिए जो भी वादे पीएम मोदी ने किए वो पूरे नहीं किए.' रानी झांसी के किले ने बुंदेलखंड के इतिहासा को कई बार बनते और बिगड़ते देखा है. यूपी के इस सबसे पिछड़े इलाके में फिर चुनाव हो रहे हैं लेकिन सवाल है कि क्या इन चुनावों से इस इलाके का भविष्य बदलेगा.