प्रतीकात्मक फोटो
जालंधर:
पंजाब में नशे की समस्या पर चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न नेताओं के बयान का जिक्र करते हुए भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ महिला नेता नेता राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर गुहार लगाई है. पत्र में लिखा,"गृहमंत्रीजी, कृपया पंजाब को बचाइए, चाहे सरकार किसी की बने पर पंजाब तो हमारा है." भारतीय जनता पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांता चावला ने रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर कहा है, "पंजाब में चुनावी रणनीति के तहत विभिन्न दलों के लोगों ने चाहे जो भी बयान दिए हों पर सचाई यह है कि राज्य की जवानी पूरी तरह नशे की गिरफ्त में है और इससे प्रदेश को बचाने की आवश्यकता है."
वरिष्ठा भाजपा नेत्री चावला का यह खत कई मायनों में अहम है और पंजाब सरकार के दावे की पोल खोलता है जिसमें वह दावा करती रही है कि पंजाब में नशा के दलदल में नहीं है. यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में जब पंजाब में चुनाव प्रचार करने के लिए जालंधर गए थे तो उन्होंने भी पंजाब के नशे की गिरफ्त में होने से इनकार किया था. पीएम ने कहा था कि यह बड़े दुख की बात है कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के कारण राजनीति के अहम मुद्दों पर चर्चा करने का सामर्थ्य न होने के कारण किसी न किसी कारणवश इस चुनाव में पंजाब की आन-बान शान पर दाग लगाने की कोशिश कर रहे हैं. पंजाब के युवकों को राजनीतिक स्वार्थ के लिए बदनाम किया जा रहा है. पंजाब के नौजवानों से कहना चाहता हूं कि राजनीति अपनी जगह है लेकिन पंजाब के नौजवानों की छवि खराब करने का काम किया जा रहा है. ऐसे लोगों को पंजाब के गौरव के लिए शिकस्त दें. पीएम मोदी के दावे के उलट भाजपा की नेत्री ने खत लिखकर पंजाब को बचाने की अपील की है.
भाजपा नेत्री ने लिखा है, "गृहमंत्रीजी, पंजाब को नशे से बचाइए. राज्य में चाहे सरकार जिस किसी भी पार्टी की बने, पर पंजाब तो हमारा है. हम सभी को इस बात को ध्यान में रखना होगा कि प्रदेश को इस गंभीर समस्या से छुटकारा दिलवाना है." पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी लक्ष्मीकांता ने कहा, "आप इस बात से अवगत हैं कि राज्य में नशे के कारण कितने जवान मर गए. कितने ही परिवार उजड़ गए. इसकी सही संख्या शायद सरकार भी नहीं बता पाएगी. कितने ही बेकसूर नशे पर नियंत्रण के नाम पर जेलों में है. लड़कियां भी नशे की दलदल में हैं और शराब ने तो पूरे पंजाब को तबाह कर रखा है." उन्होंने लिखा है, "नशे को प्रदेश में नियंत्रित करने के कदम उठाये जायें। आप यह भी सुनिश्चित करें कि नशा बेचने वालों को सरकारी संरक्षण न मिले."
वरिष्ठा भाजपा नेत्री चावला का यह खत कई मायनों में अहम है और पंजाब सरकार के दावे की पोल खोलता है जिसमें वह दावा करती रही है कि पंजाब में नशा के दलदल में नहीं है. यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में जब पंजाब में चुनाव प्रचार करने के लिए जालंधर गए थे तो उन्होंने भी पंजाब के नशे की गिरफ्त में होने से इनकार किया था. पीएम ने कहा था कि यह बड़े दुख की बात है कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के कारण राजनीति के अहम मुद्दों पर चर्चा करने का सामर्थ्य न होने के कारण किसी न किसी कारणवश इस चुनाव में पंजाब की आन-बान शान पर दाग लगाने की कोशिश कर रहे हैं. पंजाब के युवकों को राजनीतिक स्वार्थ के लिए बदनाम किया जा रहा है. पंजाब के नौजवानों से कहना चाहता हूं कि राजनीति अपनी जगह है लेकिन पंजाब के नौजवानों की छवि खराब करने का काम किया जा रहा है. ऐसे लोगों को पंजाब के गौरव के लिए शिकस्त दें. पीएम मोदी के दावे के उलट भाजपा की नेत्री ने खत लिखकर पंजाब को बचाने की अपील की है.
भाजपा नेत्री ने लिखा है, "गृहमंत्रीजी, पंजाब को नशे से बचाइए. राज्य में चाहे सरकार जिस किसी भी पार्टी की बने, पर पंजाब तो हमारा है. हम सभी को इस बात को ध्यान में रखना होगा कि प्रदेश को इस गंभीर समस्या से छुटकारा दिलवाना है." पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी लक्ष्मीकांता ने कहा, "आप इस बात से अवगत हैं कि राज्य में नशे के कारण कितने जवान मर गए. कितने ही परिवार उजड़ गए. इसकी सही संख्या शायद सरकार भी नहीं बता पाएगी. कितने ही बेकसूर नशे पर नियंत्रण के नाम पर जेलों में है. लड़कियां भी नशे की दलदल में हैं और शराब ने तो पूरे पंजाब को तबाह कर रखा है." उन्होंने लिखा है, "नशे को प्रदेश में नियंत्रित करने के कदम उठाये जायें। आप यह भी सुनिश्चित करें कि नशा बेचने वालों को सरकारी संरक्षण न मिले."
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लक्ष्मीकांता चावला, Laxmi Kanta Chawla, Drug Issue In Punjab, Punjab Polls 2017, पंजाब चुनाव 2017, पंजाब में ड्रग्स, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी