वाराणसी:
उत्तर प्रदेश में शनिवार का दिन रोडशो के नाम रहा. एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में रोडशो किया तो दूसरी ओर राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने भी शहर में रोडशो किया. पीएम के संसदीय क्षेत्र में पार्टी का प्रदर्शन बीजेपी के लिए नाक की लड़ाई मानी जा रही है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी ने रोडशो कर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है. (मायावती बोलीं- मोदी के रोडशो में दूसरे राज्यों से 'तमाशबीनों' को लाया गया, असली भीड़ हमारी रैली में)
प्रधानमंत्री मोदी का रोडशो बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से शुरू हुआ जहां उन्होंने हिन्दुत्व विचारक पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. रोडशो में लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. खुली जीप में सवार प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए. वाराणसी में प्रधानमंत्री का रोडशो उस दिन हुआ जिस दिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में छठे चरण के लिए 49 सीटों पर मतदान हुआ है जिसमें गोरखपुर और आजमगढ़ भी शामिल है. वाराणसी क्षेत्र में 80 प्रतिशत हिन्दू आबादी है और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक बार फिर भाजपा मोदी पर काफी हद तक निर्भर दिख रही है. उत्तर प्रदेश में भाजपा 15 वर्षों से सत्ता से बाहर है.
भाजपा का मानना है कि एक घंटे तक चले इस रोडशो से उसे 8 मार्च को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव में 40 सीटों पर काफी फायदा होगा जिसका अधिकांश क्षेत्रीय चैनलों ने सीधा प्रसारण किया. रोडशो के दौरान प्रधानमंत्री की झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम बनारस की सड़कों पर उमड़ पड़ा. लोग कई तरह के नारे लगा रहे थे जिसमें ‘सुबह बनारस, शाम बनारस : मोदी तेरे नाम बनारस’, मोदी, मोदी, जैसे नारे शामिल हैं. प्रधानमंत्री हाथ उठाकर और हाथ जोड़कर लोगों को अभिवादन कर रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाद में काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की जिसे इस प्राचीन शहर में हिन्दुओं का दो प्रमुख स्थान माना जाता है. मोदी ने बाद में ट्वीट किया, ‘बाबा विश्वनाथ मंदिर जाकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं. हर हर महादेव. काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना करके भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं.’ उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा का सपा-कांग्रेस गठबंधन और मायावती नीत बसपा से कड़ा मुकाबला है और पार्टी को उम्मीद है कि राज्य के पूर्वी हिस्से अच्छा प्रदर्शन करके वह 403 सीटों वाले विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर सकती है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वाराणसी में रोडशो किया था जिस सीट से वह सांसद हैं. भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की थी और अपना दल के साथ भाजपा गठबंधन को 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. तीन वर्ष बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक बार फिर भाजपा मोदी पर काफी हद तक निर्भर दिख रही है.
मोदी ने वाराणसी में रोडशो करके चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया : कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव अधिकारियों की अनुमति के बिना वाराणसी में रोडशो करके चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया. कांग्रेस ने इसके साथ ही चुनाव आयोग से कहा कि वह प्रधानमंत्री एवं भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करके कार्रवाई करे. कांग्रेस ने चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया कि मोदी ने वाराणसी में ‘सक्षम प्राधिकार से जरूरी अनुमति के बिना’ बीएचयू (काशी हिंदू विश्वविद्यालय) से रोडशो निकाला. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की विधिक और मानवाधिकार इकाई के सचिव प्रभारी के सी मित्तल ने कहा, ‘यह अनुरोध किया जाता है कि नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके कार्रवाई की जाए जो रोडशो का हिस्सा थे.’ विपक्षी दल ने कहा कि रोडशो की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग विभिन्न चैनलों द्वारा दिखायी गई और चुनाव अधिकारियों ने भी उसे रिकॉर्ड किया होगा. मित्तल ने कहा कि रोडशो तीन विधानसभा सीटों को कवर करता है जिसमें वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और वाराणसी उत्तर शामिल हैं. मित्तल ने कहा, ‘यह सब रोडशो के लिए चुनाव आयोग के सक्षम प्राधिकारी से अपेक्षित अनुमति लिये बिना किया गया.’
(इनपुट भाषा से...)
प्रधानमंत्री मोदी का रोडशो बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से शुरू हुआ जहां उन्होंने हिन्दुत्व विचारक पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. रोडशो में लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. खुली जीप में सवार प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए. वाराणसी में प्रधानमंत्री का रोडशो उस दिन हुआ जिस दिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में छठे चरण के लिए 49 सीटों पर मतदान हुआ है जिसमें गोरखपुर और आजमगढ़ भी शामिल है. वाराणसी क्षेत्र में 80 प्रतिशत हिन्दू आबादी है और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक बार फिर भाजपा मोदी पर काफी हद तक निर्भर दिख रही है. उत्तर प्रदेश में भाजपा 15 वर्षों से सत्ता से बाहर है.
भाजपा का मानना है कि एक घंटे तक चले इस रोडशो से उसे 8 मार्च को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव में 40 सीटों पर काफी फायदा होगा जिसका अधिकांश क्षेत्रीय चैनलों ने सीधा प्रसारण किया. रोडशो के दौरान प्रधानमंत्री की झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम बनारस की सड़कों पर उमड़ पड़ा. लोग कई तरह के नारे लगा रहे थे जिसमें ‘सुबह बनारस, शाम बनारस : मोदी तेरे नाम बनारस’, मोदी, मोदी, जैसे नारे शामिल हैं. प्रधानमंत्री हाथ उठाकर और हाथ जोड़कर लोगों को अभिवादन कर रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाद में काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की जिसे इस प्राचीन शहर में हिन्दुओं का दो प्रमुख स्थान माना जाता है. मोदी ने बाद में ट्वीट किया, ‘बाबा विश्वनाथ मंदिर जाकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं. हर हर महादेव. काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना करके भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं.’ उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा का सपा-कांग्रेस गठबंधन और मायावती नीत बसपा से कड़ा मुकाबला है और पार्टी को उम्मीद है कि राज्य के पूर्वी हिस्से अच्छा प्रदर्शन करके वह 403 सीटों वाले विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर सकती है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वाराणसी में रोडशो किया था जिस सीट से वह सांसद हैं. भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की थी और अपना दल के साथ भाजपा गठबंधन को 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. तीन वर्ष बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक बार फिर भाजपा मोदी पर काफी हद तक निर्भर दिख रही है.
मोदी ने वाराणसी में रोडशो करके चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया : कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव अधिकारियों की अनुमति के बिना वाराणसी में रोडशो करके चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया. कांग्रेस ने इसके साथ ही चुनाव आयोग से कहा कि वह प्रधानमंत्री एवं भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करके कार्रवाई करे. कांग्रेस ने चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया कि मोदी ने वाराणसी में ‘सक्षम प्राधिकार से जरूरी अनुमति के बिना’ बीएचयू (काशी हिंदू विश्वविद्यालय) से रोडशो निकाला. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की विधिक और मानवाधिकार इकाई के सचिव प्रभारी के सी मित्तल ने कहा, ‘यह अनुरोध किया जाता है कि नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके कार्रवाई की जाए जो रोडशो का हिस्सा थे.’ विपक्षी दल ने कहा कि रोडशो की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग विभिन्न चैनलों द्वारा दिखायी गई और चुनाव अधिकारियों ने भी उसे रिकॉर्ड किया होगा. मित्तल ने कहा कि रोडशो तीन विधानसभा सीटों को कवर करता है जिसमें वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और वाराणसी उत्तर शामिल हैं. मित्तल ने कहा, ‘यह सब रोडशो के लिए चुनाव आयोग के सक्षम प्राधिकारी से अपेक्षित अनुमति लिये बिना किया गया.’
(इनपुट भाषा से...)
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