नई दिल्ली:
असम, बंगाल, केरल सहित पांच राज्यों मे हुए चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस, भाजपा, लेफ़्ट कार्यालय में कहीं खुशी, कहीं ग़म का माहौल देखा जा रहा है। टीवी चैनलों पर बहस के लिए पार्टी ने अपने प्रवक्ताओं की ड्यूटी भी लगाई थी, कांग्रेस और बीजेपी ने अपने केन्द्रीय मुख्यालय में सभी टीवी चैनलों के लिए विशेष प्रबंध किया था, बीजेपी ने ख़ास तौर पर पत्रकारों के लिए खाने पीने का भी विशेष प्रबंध किया था।
कांग्रेस कार्यलय में पसरा सन्नाटा
कांग्रेस के केन्द्रीय कार्यालय में नतीजे जैसे जैसे साफ होते जा रहे थे, सन्नाटा पसरता जा रहा था। पूरे कैम्पस मे जहां कार्यकर्ता नदारद थे वहीं चन्द नेता ही अपना बचाव करते नज़र आ रहे थे। पत्रकारों की टोली ही मौजूद नज़र आ रही थी। किसी नेता का तर्क था कि असम में इतने लम्बे अरसे तक शासन करने के बाद हार कोई मायने नहीं रखती। कई दबी ज़ुबान से असम के साथ चन्द केन्द्रीय नेताओं पर इसका ठीकरा फोड़ रहे थे।
बीजेपी कार्यालय में जशन का माहौल
बीजेपी कार्यालय में जीत का जश्न सर चढ़ कर बोल रहा था। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आगमन पर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उनका सवागत किया। तपती धूप को चुनौती देते भाजपा अध्यक्ष को कवर करने के लिए पत्रकारों ने दफ़्तर की छत पर अपना क़ब्ज़ा जमा रखा था। लगातार पटाखों की गूंज ने पूरे कार्यालय को अपनी जद में ले रखा था, ढोल नगाड़े पर थिरकते लोग अपने आपको नहीं रोक पा रहे थे, कार्यालय के बाहर लम्बा जाम लग चुका था, जिसको ख़त्म करने के लिए पुलिस सक्रिय थी।
सीपीएम दफ़्तर में भी कम लोग दिखे
केरल में लेफ्ट की सरकार बनने को तैयार है लेकिन बंगाल में बुरी तरह से हुई हार ने कार्यालय में कार्यकर्ताओं को मायूस कर दिया। दिल्ली स्थित कार्यालय को मायूसी ने अपनी जद में ले रखा था। पार्टी नेताओं के साथ पत्रकारों का आना जाना लगा रहा। पार्टी नेताओं के माथे पर बंगाल में हार की शिकन देखी जा सकती थी। टीवी चैनल के गेस्ट कोऑर्डिनेटर सक्रिय दिखे। बीजेपी और कांग्रेस दफ़्तर में टीवी चैनलों के गेस्ट कोऑर्डिनेटर नेताओं को अपने प्रोग्राम के लिए पकड़ धड़क करते नज़र आये।
कांग्रेस कार्यलय में पसरा सन्नाटा
कांग्रेस के केन्द्रीय कार्यालय में नतीजे जैसे जैसे साफ होते जा रहे थे, सन्नाटा पसरता जा रहा था। पूरे कैम्पस मे जहां कार्यकर्ता नदारद थे वहीं चन्द नेता ही अपना बचाव करते नज़र आ रहे थे। पत्रकारों की टोली ही मौजूद नज़र आ रही थी। किसी नेता का तर्क था कि असम में इतने लम्बे अरसे तक शासन करने के बाद हार कोई मायने नहीं रखती। कई दबी ज़ुबान से असम के साथ चन्द केन्द्रीय नेताओं पर इसका ठीकरा फोड़ रहे थे।
बीजेपी कार्यालय में जशन का माहौल
बीजेपी कार्यालय में जीत का जश्न सर चढ़ कर बोल रहा था। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आगमन पर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उनका सवागत किया। तपती धूप को चुनौती देते भाजपा अध्यक्ष को कवर करने के लिए पत्रकारों ने दफ़्तर की छत पर अपना क़ब्ज़ा जमा रखा था। लगातार पटाखों की गूंज ने पूरे कार्यालय को अपनी जद में ले रखा था, ढोल नगाड़े पर थिरकते लोग अपने आपको नहीं रोक पा रहे थे, कार्यालय के बाहर लम्बा जाम लग चुका था, जिसको ख़त्म करने के लिए पुलिस सक्रिय थी।
सीपीएम दफ़्तर में भी कम लोग दिखे
केरल में लेफ्ट की सरकार बनने को तैयार है लेकिन बंगाल में बुरी तरह से हुई हार ने कार्यालय में कार्यकर्ताओं को मायूस कर दिया। दिल्ली स्थित कार्यालय को मायूसी ने अपनी जद में ले रखा था। पार्टी नेताओं के साथ पत्रकारों का आना जाना लगा रहा। पार्टी नेताओं के माथे पर बंगाल में हार की शिकन देखी जा सकती थी। टीवी चैनल के गेस्ट कोऑर्डिनेटर सक्रिय दिखे। बीजेपी और कांग्रेस दफ़्तर में टीवी चैनलों के गेस्ट कोऑर्डिनेटर नेताओं को अपने प्रोग्राम के लिए पकड़ धड़क करते नज़र आये।
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