अहमदाबाद:
गुजरात में नवरात्रि के दौरान रातें रोशन रहती हैं, युवाओं का पूरी रात गरबा डान्स होता है, लेकिन पिछले तीन दिनों से बेमौसम हो रही लगातार बारिश ने उत्सव का मज़ा किरकिरा कर दिया है. सभी पंडालों में पानी भरा हुआ है, जिसकी वजह से नवरात्रि का बुखार युवाओं पर चढ़ ही नहीं पाया है. मौसम के इस मिजाज़ से युवा तो निराश हैं ही, कारोबारियों को भी बहुत नुकसान हुआ है.
बड़े गरबा आयोजक सोई के हिमांशु शाह कहते हैं कि पिछले तीन साल से एकाध दिन ही कभी बारिश होती थी, लेकिन इस बार तीनों दिन बारिश हुई. पहले दो दिन तो थोड़ी-बहुत बारिश के बावजूद डांडिया चला था, लेकिन सोमवार को तो पूरी तरह वॉशआउट हो गया.
वैसे, गरबा आयोजक ही नहीं, उसके साथ जुड़े सभी व्यवसायों - केटरिंग, लाइटिंग, सजावट वगैरह - को भारी नुकसान का सामना पड़ रहा है, और यह आलम सिर्फ अहमदाबाद में नहीं है, राजकोट, भावनगर, सूरत जैसे शहरों में भी बरसात ने नवरात्रि की रौनक फीकी कर दी है.
नारायणी होटल्स के डायरेक्टर संजीव गुप्ता का कहना है कि तीन दिन से काफी बारिश हो रही है. वह गरबा आयोजनों में रोज़ चार-पांच रुपये का खाना लेकर जाते हैं, जो बारिश के चलते बरबाद हो जाता है. मौसम विभाग ने आगे भी नौ दिन तक बारिश जारी रहने की संभावना जताई है, सो, ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा है, वह नुकसान की भरपाई कैसे कर पाएंगे. एक अंदाजे के मुताबिक अब तक गरबा आयोजकों को राज्य में करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
नवरात्रि समारोह 10 अक्टूबर तक चलने हैं, सो, आयोजक और युवा इसी बात का इंतज़ार कर रहे हैं कि बरसात का कहर कुछ कम हो तो गरबा पूरे उफान पर पहुंचे और रौनक लौट आए.
बड़े गरबा आयोजक सोई के हिमांशु शाह कहते हैं कि पिछले तीन साल से एकाध दिन ही कभी बारिश होती थी, लेकिन इस बार तीनों दिन बारिश हुई. पहले दो दिन तो थोड़ी-बहुत बारिश के बावजूद डांडिया चला था, लेकिन सोमवार को तो पूरी तरह वॉशआउट हो गया.
वैसे, गरबा आयोजक ही नहीं, उसके साथ जुड़े सभी व्यवसायों - केटरिंग, लाइटिंग, सजावट वगैरह - को भारी नुकसान का सामना पड़ रहा है, और यह आलम सिर्फ अहमदाबाद में नहीं है, राजकोट, भावनगर, सूरत जैसे शहरों में भी बरसात ने नवरात्रि की रौनक फीकी कर दी है.
नारायणी होटल्स के डायरेक्टर संजीव गुप्ता का कहना है कि तीन दिन से काफी बारिश हो रही है. वह गरबा आयोजनों में रोज़ चार-पांच रुपये का खाना लेकर जाते हैं, जो बारिश के चलते बरबाद हो जाता है. मौसम विभाग ने आगे भी नौ दिन तक बारिश जारी रहने की संभावना जताई है, सो, ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा है, वह नुकसान की भरपाई कैसे कर पाएंगे. एक अंदाजे के मुताबिक अब तक गरबा आयोजकों को राज्य में करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
नवरात्रि समारोह 10 अक्टूबर तक चलने हैं, सो, आयोजक और युवा इसी बात का इंतज़ार कर रहे हैं कि बरसात का कहर कुछ कम हो तो गरबा पूरे उफान पर पहुंचे और रौनक लौट आए.
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