साल 2024 तो समझिए अब गुजर ही चुका है. इस मंथ के बमुश्किल दस से बारह ही दिन शेष बचे हैं. इसके बाद दुनिया नए साल यानी कि साल 2025 का स्वागत कर रही होगी. ये साल पूरा बीत ही जाए उससे पहले चलिए उन घटनाओं पर भी नजर डाल लेते हैं जो घटी तो अभी हैं, लेकिन इनका असर दुनियाभर पर लंबे समय के लिए नजर आता रहेगा. इस साल दुनिया में कई घटनाएं घटीं, तो कुछ गंभीर संकट भी दुनिया पर आए. कुछ तो सामान्य माने जा सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसे रहे जिन्हें भुला पाना आसान नहीं होगा, क्योंकि ये लंबे समय तक अपना असर दिखाती रहेंगी. चलिए जानते हैं कौन कौन सी थीं साल 2024 की अहम घटनाएं.
इस साल की प्राकृतिक आपदाएं
भूकंप
हर साल की तरह इस साल भी अलग-अलग स्थानों पर भूकंप आए. धरती में हुए कंपन से कहीं ज्यादा नुकसान हुआ, तो कहीं बस दहशत ही बरपाई. शुरुआत करते हैं जनवरी से. इस साल जनवरी में टोक्यो की धरती भूकंप से कांपी. यहां 7.8 तीव्रता का भूकंप मापा गया. भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि पूरा शहर उससे थरथरा रहा था, जिसकी वजह से कई ऊंची इमारते गिरकर धराशायी हो गईं. बिल्डिंगों के टूटने की वजह से कई लोगों के घर छिन गए. भूकंप का कहर इतने पर ही नहीं रूका. बाद में लोगों ने आफ्टरशॉक्स भी महसूस किए, जिसकी वजह से हालात और गंभीर हो गए. जापान के अलावा अमेरिका और अफगानिस्तान में भी भूकंप का कहर देखने को मिला.
मानवीय त्रासदी
युद्ध
इस साल ने कई देशों को युद्ध में जलता हुआ भी देखा. यूक्रेन और रूस का संघर्ष तो बदस्तूर जारी रहा, जिसमें कई लोगों की जानें गईं. कई लोगों के घर तक छिन गए. इस साल मिडिल ईस्ट भी जंग के मैदान में तब्दील रहा. सीरिया और यमन दो देश जंग लड़ते रहे. इजरायल और हमास के बीच भी युद्ध लगातार जारी है. इसके बाद इजरायल और ईरान भी आपस में टकराए.
प्रवासियों का संकट
अफ्रीका और मध्य पूर्व में बसे कई देशों के प्रवासियों का संकट बड़ा संकट बना. यूरोप और दूसरे बड़े देशों में शरणार्थियों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ. कुछ ऐसे हादसे भी सामने आए, जब पता चला कि प्रवासियों से भरी नाव पानी में डूबी. ऐसे हादसे में हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई.
स्वास्थ्य से जुड़ी आपदाएं
दूसरी महामारियों की दस्तक
कोविड 19 के बाद अब दूसरी महामारियां अपने पैर पसार रही हैं. साल 2024 में मंकीपॉक्स नाम की महामारी ने अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों को अपनी चपेट में लेकर अपना शिकार बनाया. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 12 जून 2024 तक इसके 97,281 मामले दर्ज हुए. अफ्रीका में कई जगह इबोला का भी प्रकोप नजर आया.
पर्यावरण पर असर
इस साल प्रदूषण का स्तर और भी ज्यादा बढ़ा. चीन भारत समेत कई देश पॉल्यूशन की वजह से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का शिकार हुए. यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एयर पॉल्यूशन की वजह से एक निश्चित समय अंतराल में 81 लाख लोगों की मौत ही, जिसमें 7.09 लाख बच्चे पांच साल की उम्र से कम के थे.
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