सफर के लिहाज से यदि सबसे आरामदायक सफर कहीं मिलता है तो वह ट्रेन हैं। हवाईजहाज हो या फिर सड़क परिवहन, आराम की बात की जाए तो सिर्फ ट्रेन में यह सुविधा मिलती है। यही वजह है यात्रा में सुविधाओं का अंबार कहीं मिल सकता है, तो वह ट्रेन है। दुनिया में कई ऐसी ट्रेनें हैं जिनमें तमाम तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। और इन्हीं सुविधाओं की वजह से, साज सज्जा की वजह से कई ट्रेनों ने दुनिया में नाम कमाया।
हवाई जहाज से यात्रा करने में समय की बचत होती रही है। यही वजह है कि भूतल यातायात में ट्रेनों की गति बढ़ाने को लेकर तमाम प्रयास किए जाते रहे हैं। पिछले कुछ सालों में बुलेट ट्रेन का चलन बढ़ा है जिसकी रफ्तार इतनी पहुंच गई है कि जितना समय हवाई यात्रा में बचता है लगभग उतना ही इसमें बचने लगा है।
इसके बावजूद दुनिया की कुछ ट्रेनें ऐसी हैं जिनमें यात्रा करना अपने आप में यादगार अनुभव होता है। इन ट्रेनों की शान और सुविधा अपने आप में बेमिसाल है। यहां हम बात कुछ ऐसी ही ट्रेनों की करने जा रहे हैं।
द इंडियन पैसेफिक
इस ट्रेन का नाम पढ़कर तो यही लगता है कि यह ट्रेन भारत के किसी हिस्से में चलती होगी, लेकिन ऐसा नहीं है। यह ट्रेन ऑस्ट्रेलिया की है। यहां की इस ग्रेट सदर्न रेल का रास्ता सिडनी से पर्थ तक का है।
यह ट्रेन ब्रोकन हिन, एडिलेड और कुक जगह से होकर गुजरती है। चार दिन के सफर में यह ट्रेन 2704 किलोमीटर की दूरी तय करती है। अपने सफर के दौरान यात्रियों को तमाम तरह के ऑस्ट्रेलियन व्यंजन मिलेंगे। यह व्यंजन ट्रेन में मौजूद क्वील एडिलेड रेस्तरां में मिलेंगे और साथ में मिलेगी बीयर और वाइन...
पैलेस ऑन व्हील्स
ट्रेन में सफर करने के शौकीन लोगों के जहन में इस ट्रेन का नाम आते ही राजशाही सुविधाओं का एक खाका बन जाता है। यह ट्रेन करीब 1372 किलोमीटर की यात्रा तय करती है। इस ट्रेन में तमाम तरह की सविधाएं लोगों को उपलब्ध कराई जाती है।
भारतीय व्यंजन के अलावा फाइव स्टार होटल की कई सविधाएं इस ट्रेन में यात्रियों को दी जाती है। यह ट्रेन राजस्थान टूरिज्म विकास निगम और भारतीय रेल के सौजन्य से चलाई जाती है। नई दिल्ली से चलकर राजस्थान के 14 स्थानों का दौरा कराकर यात्रियों को वापस दिल्ली लेकर आती है। इस पूरे सफर में 7-8 का दिन का समय लगता है। ट्रेन में दो रेस्तरां है। एक महाराजा और दूसरा महारानी। इन दोनों राजस्थानी व्यंजन से यात्रियों का सत्कार किया जाता है।
द ट्रांसिल्वेनियन
आरामदायक ट्रेन के क्लब में एक अन्य नाम है ट्रांसिल्वेनियन ट्रेन का। यह बहुत ही छोटी ट्रेन है जो हंगरी, रोमानिया, बुल्गारिया और तुर्की का यात्रा कराती है।
यह ट्रेन 977 माइल्स की दूरी तय करती है और बुडापेस्ट से शुरू होकर इस्तांबुल तक जाती है। इस बीच में छह शहरों में यह ट्रेन रुकती है। इस यात्रा में लोगों को दुनिया के बेहतरीन दृश्यों का नजारा देखने को मिलता है।
ट्रांस कनाडा रेल एडवेंचर
ट्रांस कनाडा रेल एडवेंचर को रॉकी माउंटेनियर के नाम से भी जाना जाता है। यह ट्रेन में भी अपने यात्रियों को शानदार सुविधा उपलब्ध कराती है।
यह ट्रेन 2720 किलोमीटर का सफर तय करती है। टोरंटो से सफर शुरू होता है और वैंकुअर पर जाकर समाप्त होता है। इस बीच यह ट्रेन चार शहरों में रुकती है और इस पूरे सफर में यह ट्रेन करीब 13 दिन लेती है। अपने इस सफर में यह ट्रेन कुछ शानदार पार्कों से होकर भी गुजरती है।
प्राइड ऑफ अफ्रीका
प्राइड ऑफ अफ्रीका ट्रेन का दूसरा नाम रोवोस रेल है। यहां पर राजशाही अंदाज में सारी सुविधाएं यात्रियों को दी जाती है।
यह ट्रेन 2113 माइल्स का सफर तय करती है और प्रिटोरिया शहर से लेकर यह रेल स्वकोपमुंद तक जाती है। अपने सफर में यात्री कालाहारी मरुस्थल के अलावा जंगल और नदी के साथ नेशनल पार्क के दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
ईस्टर्न और ओरियंटल एक्सप्रेस
यह ट्रेन तीन देशों की यात्रा कराती है। सिंगापुर, मलेशिया और थाईलैंड। वुडलैंड से सफर शुरू होता है और बैंककॉक पर जाकर समाप्त होता है। इस सफर में यह ट्रेन पांच शहरों में रुकती है। 12 दिन के अपने सफर में यह ट्रेन 1262 माइल्स का सफर तय करती है।
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