अब वो दिन दूर नहीं जब आपके दांतों को ब्रश करने का काम रोबोट संभाल लेगा. पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने छोटे रोबोटों (जिन्हें माइक्रोबॉट्स कहा जाता है) का एक समूह बनाया है. उनका दावा है कि वे ब्रिसल या फ्लॉस बनाने के लिए आकार बदल सकते हैं. ये रोबोट मुंह में बैक्टीरिया को मारने के लिए रोगाणुरोधी भी छोड़ सकते हैं. इलेक्ट्रिक टूथब्रश और अन्य चीजों जैसे सफल प्रयोगों के विकसित हो जाने के बाद अब सफाई के एक नए युग की शुरुआत हो सकती है.
पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय ने कहा कि इंजीनियरों की एक टीम ने ये टेक्नोलॉजी विकसित किया है. इस खोज से जुड़ी बातों को ACS Nano में प्रकाशित किए गए हैं.
हैंड्स-फ्री सिस्टम दांतों में सड़न पैदा करने वाले बैक्टीरिया का उपचार करता है और उसको बाहर निकालने में भी मदद करता है. शोध के अनुसार, इन माइक्रोबॉट्स के बिल्डिंग ब्लॉक आयरन ऑक्साइड नैनोपार्टिकल्स हैं जिनमें उत्प्रेरक और चुंबकीय दोनों शक्ति होती है. शोधकर्ता उनके गति को निर्देशित कर सकते हैं और इन रोबोटों को चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करके ब्रिसल जैसी संरचना बना सकते हैं.
वैज्ञानिकों ने नकली और असली दांतों पर परीक्षण किए हैं, और परिणाम बताते हैं कि ये आकार बदलने वाले माइक्रोबॉट विभिन्न रूप ले सकते हैं.
पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय की अपनी पत्रिका Penn Today में एक लेख में अध्ययन के सह-लेखक ह्यून (मिशेल) कू ने कहा, "आपको अपने दांतों को ब्रश करना होगा, फिर अपने दांतों को फ्लॉस करना होगा, फिर अपना मुंह कुल्ला करना होगा; यह एक मैनुअल मल्टीस्टेप प्रक्रिया है. यहां बड़ा इनोवेशन यह है कि रोबोटिक्स सिस्टम तीनों काम को एक साथ, हाथों से मुक्त औऱ स्वचालित तरीके से कर सकता है."
शोधकर्ताओं ने आगे कहा कि यह प्रणाली उन लोगों के लिए बेशकिमती साबित हो सकती है जिनके दांतों को प्रभावी ढंग से साफ करने के लिए मैनुअल निपुणता की कमी है.
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