फरीदाबाद:
गोत्र विवाद के चलते हो रही ऑनर किलिंग जैसी घटनाओं के चलते फरीदाबाद में गुजर समुदाय ने पिछले 1100 सालों से चली आ रही नागर और चंदीला गोत्रों के बीच भाईचारे के चलते शादियां न होने की परंपरा को तोड़ते हुए फिर से दोनों गोत्रों के बीच विवाह सम्बन्ध करने की शुरुआत कर दी है।
यह निर्णय ग्रेटर फरीदाबाद के तिगांव की गुर्जरों की चौरासी पाल पंचायत ने लिया।
महापंचायत ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए निर्णय लिया कि चंदीलाओं के नागर और आधना गौत्रों में विवाह हो सकेंगे।
हरियाणा में गोत्र विवाद के चलते काफी गंभीर घटनाएं हो चुकी हैं। अन्य गोत्रों के लिए भी यह निर्णय बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकता है और आने वाली पीढ़ी के लिए अच्छे संबंधों के नए रास्ते खोल सकता है।
यह निर्णय ग्रेटर फरीदाबाद के तिगांव की गुर्जरों की चौरासी पाल पंचायत ने लिया।
महापंचायत ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए निर्णय लिया कि चंदीलाओं के नागर और आधना गौत्रों में विवाह हो सकेंगे।
हरियाणा में गोत्र विवाद के चलते काफी गंभीर घटनाएं हो चुकी हैं। अन्य गोत्रों के लिए भी यह निर्णय बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकता है और आने वाली पीढ़ी के लिए अच्छे संबंधों के नए रास्ते खोल सकता है।
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