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This Article is From Jul 07, 2013

'राजकुमार नहीं, राजकुमारी कहकर बुलाते थे राघवजी!'

'राजकुमार नहीं, राजकुमारी कहकर बुलाते थे राघवजी!'
भोपाल: मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री रहे राघवजी पर अप्राकृतिक कृत्य का आरोप लगाकर उन्हें कुर्सी से उतरवाने में अहम भूमिका निभाने वाले राजकुमार दांगी ने राघवजी के अलावा उनके स्टाफ के दो कर्मचारियों पर भी कुकृत्य करने का आरोप लगाया है। साथ ही दावा किया है कि नए लड़कों से संबंध बनाना राघवजी का शौक रहा है, उनके महिलाओं से भी संबंध रहे हैं।

हबीबगंज थाने में अप्राकृतिक कृत्य की शिकायत दर्ज कराने के बाद लापता हुआ राजकुमार दांगी रविवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के आवास पर पत्रकारों के सामने आया और उसने आरोप लगाया कि राघवजी के अलावा उनके आवास पर काम करने वाले दो कर्मचारी शेरसिंह चौहान व उसके साले सुरेंद्र ने भी उसके साथ कुकृत्य किया।

राजकुमार का आरोप है कि राघवजी ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिलाया था, राघवजी के बंगले पर काम करने वाले शेरसिंह चौहान के सहयोग से उसकी राघवजी से मुलाकात हुई, राघवजी ने शराब कंपनी सोम डिस्टलरी में नौकरी लगवा दी। वह मंडीदीप से आना-जाना करता था, वह राघवजी के घर जाता तो उससे हाथ-पैर दबवाते, उसके बाद गुप्तांगों पर मालिश कराने लगे और अप्राकृतिक कृत्य भी किया।

राजकुमार का आरोप है कि राघवजी उसे लगातार नौकरी का प्रलोभन देते रहे। इतना ही नहीं, अपनी कारगुजारियों को उजागर करने पर जान से मारने की धमकी देते थे। यही कारण रहा कि वह चाहकर भी राघवजी के कारनामें उजागर नहीं कर पाया। लगभग साढ़े तीन साल तक यह सिलसिला चला।

राजकुमार का आरोप है कि राघवजी उससे लगातार नई-नई लड़कियां लाने व उनसे दोस्ती कराने की बात कहते थे और भरोसा दिलाते थे कि जो काम कहोगे करा देंगे। वे अश्लील बातें भी करते थे और एसएमएस भी भेजते थे। इसके अलावा उनके कई महिलाओं व नए लड़कों से भी संबंध हैं। वे यह सब वर्षो से करते आ रहे हैं।

राजकुमार ने कहा, "राघव जी ने मुझसे कहा कि अगर तुम 15 साल पहले मिले होते तो बात कुछ और होती। वे मुझे राजकुमार नहीं, राजकुमारी कहकर बुलाते थे, वे तो यहां तक कहते थे कि तुम मेरी पत्नी के सामान हो।"  

राजकुमार का कहना है कि वह थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएगा और वह चिकित्सकीय परीक्षण के लिए तैयार है। उसका कहना है कि पहले शिवशंकर पटेरिया ने उससे एक पैन के जरिए ऑडियो सीडी बनवाई थी, फिर उसने वीडियो बनाने को कहा, मगर उन पर भरोसा नहीं था इसलिए मना कर दिया। राजकुमार ने अपने साथी घनश्याम कुशवाहा के साथ मिलकर कई वीडियो सीडी बनाई है।

राजकुमार का कहना है कि वह थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद अपने एक मित्र की घर चला गया था, क्योंकि उसे जान का खतरा था। पिता भुजबल सिंह द्वारा उसे मानसिक रोगी बताए जाने पर राजकुमार का कहना है कि उनसे थाने में शिकायत दबाव में कराई गई है। इसके पीछे भाजपा के नेता शामिल हैं। उसके साथ होने वाले अत्याचार से पूरा परिवार वाकिफ है।

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