Nirbhaya Case: निर्भया गैंगरेप और मर्डर के चारों दोषी मुकेश, अक्षय, विनय और पवन को शुक्रवार सुबह फांसी पर लटका दिया गया. सात साल से ज्यादा लंबे समय के बाद आखिरकर निर्भया (Nirbhaya) को इंसाफ मिल गया. गुरुवार देर रात को भी दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी मामले को लेकर सुनवाई चली और इनके सारे पैंतरे फेल हो गए. इसके बाद शुक्रवार सुबह साढ़े 5 बजे दोषियों को तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में फांसी पर लटका दिया गया. यह पहला मौका है जब तिहाड़ में चार अपराधियों को एक साथ फांसी पर लटकाया गया है. इसी बीच ट्विटर पर #SeemaKushwaha टॉप ट्रेंड कर रही हैं. बता दें, सीमा कुशवाहा (Seema Kushwaha) पिछले सात सालों से निर्भया के लिए अदालत में इंसाफ की लड़ाई लड़ रही थीं. जैसे ही चारों दोषी फांसी पर लटके तो लोग सीमा कुशवाहा को बधाई देने लगे. ट्विटर पर लोगों ने सीमा को ऐसे बधाई दी है...
Victory To All Women #nirbhayagetsjustice #SeemaKushwaha #AshaDevi pic.twitter.com/51z25R57RC
— Irfan wani (@Irfanwani4) March 20, 2020
Salute to the Lawyer #SeemaKushwaha and her Parents More Power to U.. #NirbhayaCaseConvicts https://t.co/MdDWyXDLg0
— Parilover (@Parilover2) March 20, 2020
सीमा जी ने आज अपराधियों को अंतिम सीमा दिखा दिया है।गर्व है आप पर , अभिनन्दन एवं वधाई । आपकी ये लडाई देश सदैव याद रखेगी। निर्भया आज निर्भय होंगे ।#NirbhayaVerdict#SeemaKushwaha #nirbhayaconvicts #NirbhayaNyayDivas #nirbhayagetsjustice # pic.twitter.com/U5qKnjUcdI
— Dipankor Neog (@NeogDipankor) March 20, 2020
Thank you #seemakushwaha . After 7 long years. #justiceserved #NirbhayaVerdict
— Faith (@sleepyheadFaith) March 20, 2020
आप हमारे समाज हमारे देश केलिए एक मिशाल हैं दीदी बहुत बहुत धन्यवाद।। प्रणाम @Seemasamridhi #SeemaKushwaha #NirbhayaNyayDivas #nirbhya
— Sonu Dilip Raj (@SonuDilipRaj1) March 20, 2020
घटना के बाद सीमा ने निर्भया की केस मुफ्त लड़ने की घोषणा की और निचली अदालत से लेकर ऊपरी अदालत तक निर्भया के दरिंदों को फांसी दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी. फांसी के बाद निर्भया की मां ने सबसे पहले सीमा कुशवाहा को ही धन्यवाद कहा है. निर्भया की मां ने कहा कि हमारे वकील (सीमा कुशवाहा) के बिना यह संभव नहीं था.
निर्भया के दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता बद्रीनाथ ने कहा कि 'लड़ाई लंबी रही है, संतुष्ट हूं. समाज से नहीं सिस्टम से शिक़ायत है. बहुत लंबी लड़ाई लड़ी है. लोगों से यही कहूंगा कि बेटे और बेटी के बीच भेद न करें. मेरी बेटी ज़िंदा नहीं है पर मैने उसे बेटा ही माना. रात भर सुनवाई चली लेकिन हमें कोर्ट पर यकीन था. मैं संतुष्ट हूं. पर चैन से सो नहीं पाऊंगा, अब भी मूझे मेरी बेटी की सिंगापुर की तस्वीर याद है. बस कल्पना ही कर सकता हूं कि फ़ांसी पर वो कैसे लटके होंगे. मैं सबका धन्यवाद करता हूं.'
निर्भया मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह तिहाड़ जेल में फांसी दिए जाने के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया . जेल के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि चारों दोषियों के शव करीब आधे घंटे तक फंदे पर झूलते रहे. जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया ‘‘डॉक्टर ने जांच की और चारों को मृत घोषित कर दिया .''
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