
नासा के मार्स अपॉर्चुनिटी रोवर पिछले जून में धूल भरी आंधी के कारण अपने सौर पैनलों में बिजली पैदा न कर पाने के कारण निष्क्रिय हो गया था. वैज्ञानिकों ने उसके नष्ट होने की आशंका जताई है. अपॉर्चुनिटी रोवर के साथ वैज्ञानिकों का अंतिम संपर्क 10 जून, 2018 को हुआ था. ग्रह पर धूल भरी आंधी चलने के कारण सौर-संचालित रोवर का परसेवेरेंस वैली (नासा के खोजी रोवर अपॉर्चुनिटी का अध्ययन क्षेत्र) में पश्चिमी छोर पर स्थित ठिकाना भी प्रभावित हुआ और इसके कारण वह अपनी बैटरी चार्ज नहीं कर पाया.
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तूफान हालांकि समाप्त हो गया और परसेवेरेंस वैली का आसमान भी साफ हो गया था, लेकिन 15 सालों की जीवन अवधि वाले रोवर ने तब से कोई संचार नहीं किया है.
'द न्यूयॉर्क टाइम' के अनुसार, कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के प्राध्यपक व मुख्य अन्वेषक स्टीवन स्कुयार ने कहा, "मैंने अभी तक हार नहीं मानी है. यह अंत हो सकता है.इस धारणा के तहत कि यह अंत है, यह अच्छा महसूस होता है."
(इनपुट-आईएएनएस)
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