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This Article is From Sep 01, 2011

चोटी न बांधने पर छात्राओं के बाल काटे

सीहोर जिले में एक शिक्षिका ने तीन छात्राओं के बाल इसलिए काट दिए, क्योंकि वे चोटी बांधकर नहीं आई थीं। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
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सीहोर: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में एक शिक्षिका ने तीन छात्राओं के बाल इसलिए काट दिए, क्योंकि वे चोटी बांधकर नहीं आई थीं। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। घटना से डरी छात्राओं ने विद्यालय जाने से इंकार कर दिया है, जबकि शिक्षिका और शिक्षा विभाग ने इसे अनुशासनात्मक कार्रवाई बताया है। नौगांव की हाईस्कूल में पढ़ने वाली तीन छात्राओं के बाल मीता सिंह नाम की शिक्षिका ने काट दिए। एक पीड़ित छात्रा के परिजन अतर सिंह का कहना है कि शिक्षिका ने छात्राओं के बाल सिर्फ इसलिए काट दिए, क्योंकि वे चोटी बांधकर नहीं गई थी। बाल काटने की बजाय उन्हें छात्राओं को समझाना चाहिए था। वहीं, शिक्षिका मीता का कहना है कि उन्होंने अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत छात्राओं के बाल काटे। वह चाहती हैं कि छात्राएं विद्यालय में अनुशासन में रहें, इसलिए यह कदम उठाया। तीनों छात्राएं अक्सर चोटी बांधने की बजाय बाल खोलकर आती थीं। जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेद्र शर्मा ने भी इस कार्रवाई को अनुशासन से जोड़ते हुए कहा कि इस प्रकरण की जांच विकास खंड शिक्षा अधिकारी से कराई जा रही है। शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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मध्य प्रदेश, टीचर, बाल काटे
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