अहमदाबाद:
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तीन दिवसीय सद्भावना उपवास शुरू किया। मोदी ने इस मौके पर कहा कि वह दिन दूर नहीं है, जब देश और दुनिया के लोग गुजरात को एक नमूने के तौर पर लेंगे और इस बारे में चर्चा करेंगे। मोदी ने गुजरात विश्वविद्यालय के विशाल सभा कक्ष में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, मेरा उपवास किसी के खिलाफ नहीं है...यह न तो मेरा एजेंडा था, न है और न कभी रहेगा। जिस तरह से दुनिया विकास एवं शासन के मॉडल के लिए गुजरात की चर्चा करती है, उस लिहाज से वह दिन अब दूर नहीं है जब लोग समग्र वृद्धि और साम्प्रदायिक सौहार्द के हमारे मॉडल की भी चर्चा करेंगे। मोदी ने कहा, मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हम आगे बढ़ना चाहते हैं और देश को कुछ देना चाहते हैं। गुजरात जैसा कोई राज्य किसी दूसरे राज्य की मदद कर सकता है, जो उतना विकसित नहीं है। हमारे पास ताकत और क्षमता है। 2001 में गुजरात में आए भूकम्प, 2002 में हुई साम्प्रदायिक हिंसा और 2008 के श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि हर मौके पर यहां की जनता मजबूत होकर उभरी है और उसने विकास की नई ऊंचाइयां तय की हैं। मोदी ने कहा, हमें हर किसी को साथ लेकर आगे बढ़ना है और उसके लिए धर्मनिरपेक्षता और साम्प्रदायिक सद्भाव बहुत महत्वपूर्ण है।
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