सोशल मीडिया पर बेहद हैरान करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स प्लेटफॉर्म पर खड़ी वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) की खिड़की पर जोर-जोर से हथौड़ा मार रहा है. इस वीडियो ने एक्स यूजर्स के बीच बहस छेड़ दी है, कुछ लोगों का कहना है कि उस शख्स को दंडित किया जाना चाहिए जबकि अन्य लोगों का दावा है कि वह खिड़की को ठीक करने के लिए उस पर हथौड़ा मार रहा था. यह वीडियो और इसके इर्द-गिर्द चर्चा ऐसे समय में हुई है जब पूरे भारत में ट्रेन में तोड़फोड़ की कई घटनाएं सामने आई हैं.
इस वीडियो को कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा है, जैसे कि यह एक्स पोस्ट, जहां एक शख्स ने क्लिप पोस्ट करते हुए तमिल में कैप्शन लिखा है. हिंदी में इसका मतलब है, "वंदे भारत ट्रेन को एक रहस्यमयी व्यक्ति ने तोड़ दिया. क्या कोई जानता है कि यह कहां हुआ और क्या हुआ?"
वीडियो में एक व्यक्ति ट्रेन की खिड़की के सामने खड़ा दिखाई दे रहा है. वह हथौड़े से खिड़की के शीशे पर तब तक मारता रहता है जब तक कि उसमें दरारें नहीं आने लगतीं. वीडियो पर एक नज़र डालें जिसने विवाद को जन्म दिया है:
வந்தே பாரத் ரயிலை சுத்தியல் மூலம் உடைக்கும் மர்ம நபர்???????????????????????? இது எங்கு நடந்தது என்ன சம்பவம் என்று யாருக்காவது தெரியுமா? pic.twitter.com/uGYdPCsXhc
— Dr Mouth Matters (@GanKanchi) September 10, 2024
शेयर किए जाने के बाद से, वीडियो को 1.7 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 1,200 से ज़्यादा लाइक मिल चुके हैं. ढेरों लोगों ने वीडियो पर कमेंट भी किया है. एक यूजर ने लिखा, "प्रिय महोदय, कृपया पोस्ट करने से पहले खबर की पुष्टि करें. यह टूटी हुई खिड़की के शीशे को बदलने की प्रक्रिया में से एक है. वह टूटे हुए शीशे को हटाने के लिए उसे तोड़ने की कोशिश कर रहा है." एक अन्य व्यक्ति ने कहा, "ट्रेन प्लेटफॉर्म पर नहीं, बल्कि कोच केयर सेंटर में है. वह शीशे को तोड़ रहा है क्योंकि उन्हें इसे बदलने की जरूरत है."
एक अन्य ने लिखा, "सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने के लिए उस पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उसे 10-15 साल की जेल होनी चाहिए." एक अन्य ने कहा, "उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए."
ट्रेन में तोड़फोड़ की हालिया घटनाएं:
कानपुर में शिवराजपुर और बिल्हौरिन के बीच एक एलपीजी सिलेंडर रखा गया. हज़ारों यात्रियों को ले जा रही भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन इस टक्कर के बाद रुक गई. हालांकि, एक लोको पायलट द्वारा समय रहते ट्रैक पर रखे सिलेंडर के बारे में सचेत किए जाने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया. वहीं कुछ समय पहले अधिकारियों को वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की पटरियों पर दो सीमेंट के ब्लॉक मिले. ऐसा संदेह है कि ब्लॉक एक भरी हुई मालगाड़ी को पटरी से उतारने के लिए रखे गए थे.
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