नौकरी (Jobs) करना हमारी मज़बूरी होती है. अपनी ज़िंदगी (Life) को बेहतरीन बनाने के लिए, अपने परिवार का ध्यान रखने के लिए हम नौकरी करते हैं. दुनिया में लाखों कर्मचारी (Employments) ऐसे हैं, जिन्हें नौकरी में बिल्कुल मन नहीं लगता है. आज हम आपको एक ऐसी ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको नौकरी में मन नहीं लगा तो मुकदमा ठोंक दिया. ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल (Social Media Viral) हो गई. दरअसल, ये खबर ऐसी है ही, जिसपर कोई विश्वास ही नहीं कर रहा है.
न्यू यॉर्क पोस्ट के अनुसार, फ्रेड्रिक डेसनार्ड ( Frederic Desnard) नाम के शख्स ने अपनी कंपनी पर मुकदमा ठोक दिया और जीत भी गया. इस क्रम में फ्रेड्रिक को 33 लाख मुआवजा के तौर पर मिले. उन्होंने 5 साल पहले अपनी कंपनी पर केस ठोका था.
वीडियो देखें- कर्नाटक में 11 फुट के किंग कोबरा का दहशत, मशक्कत के बाद आया काबू में
दरअसल, मामला ये है कि साल 2014 में फ्रेड्रिक एक कॉस्मेटिक कंपनी में अच्छी पोज़िशन पर काम कर रहे थे. उस समय उनका सालाना पैकेज करीब 67 लाख रुपये था. बाद में कंपनी ने उन्हें डिमोट कर दिया. इस कारण फ्रेड्रिक को दिक्कत होने लगी. ऐसे में कंपनी ने फ्रेड्रिक को अलग-थलग कर दिया, जिससे उन्हें और परेशानी होने लगी. कंपनी बीच-बीच में इस्तीफा भी मांगने लगी, मगर वो नहीं दे रहे थे. एक दिन फ्रेड्रिक का कार एक्सिडेंट हो गया. ऐसे में 7 महीने तक वो बेड रेस्ट पर ही थे. जब 7 महीने् बाद वो कंपनी ज्वाइन करना चाहें तो उन्हें कंपनी से निकाल दिया गया.
मामला यहां बढ़ा
फेड्रिक ने अपनी कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया, फ्रेड्रिक के वकील ने कहा कि कंपनी ने फ्रेड्रिक से काम नहीं करवाया, जिससे वे परेशान थे. इसी क्रम में वो मानसिक रूप से परेशान थे. उनकी जॉब बोरिंग हो रही थी. ऐसे में फेड्रिक के वकील की दलीलों को मानकर कोर्ट ने कहा कि नौकरी में कुछ करने को न देना भी एक हैरेसमेंट की तरह है, ऐसे में फेड्रिक को इसके लिए मुआवज़ा मिलना ही चाहिए. फेड्रिक ने मामले में करीब 3 करोड़ के मुआवज़े की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने 33 लाख का मुआवज़ा दिलवाया. सोशल मीडिया पर यह खबर आग की तरह फैल गई है. सभी लोग इस खबर की चर्चा कर रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं