करीब 1700 भारतीय तीर्थयात्री बैसाखी के मौके पर पाकिस्तान गए थे
नई दिल्ली:
होशियारपुर जिले की एक महिला सिख तीर्थयात्री ने कथित रूप से इस्लाम अपना लिया है. यही नहीं उसने लाहौर के पाकिस्तानी नागरिक से शादी कर ली है. इस बाबत पंजाब में रह रहे उसके परिवार को जानकारी मिल गई है. महिला के बुजुर्ग ससुर तरसेम सिंह ने गुरुवार को आरोप लगाया कि हो सकता है कि उनकी बहू पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के हाथों में पड़ गई हो और हो सकता है कि उसे धर्म परिवर्तन या फिर से शादी करने के लिए मजबूर किया गया हो. महिला विधवा है और उसके तीन बच्चे हैं.
इस्लाम अपनाने वाले ब्राह्मण परिवार का हो रहा उत्पीड़न
महिला का नाम किरण बाला है और वो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एजीपीसी) के प्रतिनिधिमंडल की ओर से बतौर तीर्थयात्री 12 अप्रैल को पाकिस्तान रवाना हुई थी. वह कथित तौर पर 16 अप्रैल को गायब हो गई.
वह भारतीय पासपोर्ट पर पाकिस्तान वीजा के साथ पाकिस्तान गई थी जो 21 अप्रैल तक वैध है. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने 16 अप्रैल को लाहौर में दारुल अलूम जामिया नईमीया में इस्लाम अपना लिया और बाद में लाहौर के हंजरवाल मुल्तान रोड के निवासी मोहम्मद आजम से निकाह कर लिया.
पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों को सिख श्रद्धालुओं से मिलने से रोका
हालांकि, अजीब बात यह है कि पाकिस्तानी वीजा के एक्सटेंशन के लिए दिए गए उसके आवेदन में उसका नाम आमना बीबी लिखा है, जबकि इस पर हस्ताक्षर अमीना के रूप में किया गया है.
डेली टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया कि उसने भारत में अपनी 'हत्या के खतरे' का हवाला देते हुए इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में वीजा एक्सटेंशन के लिए आवेदन किया है.
'द न्यूज' की वेबसाइट पर महिला की तस्वीरें और उसके वीजा विस्तार का आवेदन भी डाला गया है. करीब 1700 भारतीय तीर्थयात्री लाहौर के पास पंजा साहिब गुरुद्वारा और ननकाना साहिब समेत सिख धर्म स्थलों की यात्रा पर 13 अप्रैल को बैसाखी के मौके पर गए थे.
31 साल की विधवा किरण बाला तीन बच्चों की मां है. वह अपने सास-ससुर के साथ पंजाब के गढ़शंकर के गांव में रहती थी. गढ़शंकर, चंडीगढ़ से 90 किलोमीटर दूर है.
बच्चे अपने बुजुर्ग दादा-दादी के पास हैं. उनके पिता का निधन 2013 में हो गया था. अपने गांव में एक सिख धार्मिक उपदेशक तरसेम सिंह ने मीडिया से कहा, 'जो भी हुआ उस पर मैं विश्वास नहीं कर सकता. एसजीपीसी और विदेश मंत्रालय में से किसी ने भी हमसे आधिकारिक तौर पर संपर्क नहीं किया है. मैं चाहता हूं कि मेरी बहू सुरक्षित लौटे.'
तरसेम सिंह ने कहा कि हो सकता है कि किरण बाला ने जिस पाकिस्तानी से शादी की है वह फेसबुक के जरिए उससे संपर्क में आई हो. उन्होंने कहा कि वह बीते एक महीने से अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया का लगातार इस्तेमाल कर रही थी.
पाकिस्तान में भारतीय तीर्थयात्रियों की यात्रा बीते एक हफ्ते से पाकिस्तानी एजेंसियों के साथ विवादों में है. पाकिस्तानी एजेंसियां और अधिकारी भारतीय दूतावास के अधिकारियों को यात्रा पर आए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मिलने की इजाजत देने से इनकार कर रहे हैं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जहां जा रहे हैं, वहां खालिस्तान के पक्ष में पोस्टर लगाए गए हैं.
Video: पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में चुना गया पहला सिख क्रिकेटरInput: IANS
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महिला का नाम किरण बाला है और वो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एजीपीसी) के प्रतिनिधिमंडल की ओर से बतौर तीर्थयात्री 12 अप्रैल को पाकिस्तान रवाना हुई थी. वह कथित तौर पर 16 अप्रैल को गायब हो गई.
वह भारतीय पासपोर्ट पर पाकिस्तान वीजा के साथ पाकिस्तान गई थी जो 21 अप्रैल तक वैध है. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने 16 अप्रैल को लाहौर में दारुल अलूम जामिया नईमीया में इस्लाम अपना लिया और बाद में लाहौर के हंजरवाल मुल्तान रोड के निवासी मोहम्मद आजम से निकाह कर लिया.
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हालांकि, अजीब बात यह है कि पाकिस्तानी वीजा के एक्सटेंशन के लिए दिए गए उसके आवेदन में उसका नाम आमना बीबी लिखा है, जबकि इस पर हस्ताक्षर अमीना के रूप में किया गया है.
डेली टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया कि उसने भारत में अपनी 'हत्या के खतरे' का हवाला देते हुए इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में वीजा एक्सटेंशन के लिए आवेदन किया है.
'द न्यूज' की वेबसाइट पर महिला की तस्वीरें और उसके वीजा विस्तार का आवेदन भी डाला गया है. करीब 1700 भारतीय तीर्थयात्री लाहौर के पास पंजा साहिब गुरुद्वारा और ननकाना साहिब समेत सिख धर्म स्थलों की यात्रा पर 13 अप्रैल को बैसाखी के मौके पर गए थे.
31 साल की विधवा किरण बाला तीन बच्चों की मां है. वह अपने सास-ससुर के साथ पंजाब के गढ़शंकर के गांव में रहती थी. गढ़शंकर, चंडीगढ़ से 90 किलोमीटर दूर है.
बच्चे अपने बुजुर्ग दादा-दादी के पास हैं. उनके पिता का निधन 2013 में हो गया था. अपने गांव में एक सिख धार्मिक उपदेशक तरसेम सिंह ने मीडिया से कहा, 'जो भी हुआ उस पर मैं विश्वास नहीं कर सकता. एसजीपीसी और विदेश मंत्रालय में से किसी ने भी हमसे आधिकारिक तौर पर संपर्क नहीं किया है. मैं चाहता हूं कि मेरी बहू सुरक्षित लौटे.'
तरसेम सिंह ने कहा कि हो सकता है कि किरण बाला ने जिस पाकिस्तानी से शादी की है वह फेसबुक के जरिए उससे संपर्क में आई हो. उन्होंने कहा कि वह बीते एक महीने से अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया का लगातार इस्तेमाल कर रही थी.
पाकिस्तान में भारतीय तीर्थयात्रियों की यात्रा बीते एक हफ्ते से पाकिस्तानी एजेंसियों के साथ विवादों में है. पाकिस्तानी एजेंसियां और अधिकारी भारतीय दूतावास के अधिकारियों को यात्रा पर आए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मिलने की इजाजत देने से इनकार कर रहे हैं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जहां जा रहे हैं, वहां खालिस्तान के पक्ष में पोस्टर लगाए गए हैं.
Video: पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में चुना गया पहला सिख क्रिकेटरInput: IANS
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