शिमला:
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में सरकारी स्कूल के वार्षिक समारोह में बैडमिंटन की राष्ट्रीय चैम्पियन रह चुकी एक खिलाड़ी से बर्तन धुलवाए गए। वह उसी स्कूल में 12वीं की छात्रा है। समारोह में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजीव बिंदल मुख्य अतिथि थे। शिमला से 200 किलोमीटर दूर सिरमौर जिले के ददाहू में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा आरजू ठाकुर 2010 में आगरा में आयोजित राष्ट्रीय महिला उत्सव-2010 में स्वर्ण पदक जीत चुकी है। मंगलवार को विद्यालय में आयोजित वार्षिक समारोह में उसने भी शिरकत की, जहां उसके साथ-साथ दो अन्य विद्यार्थियों से भी बर्तन धुलवाए गए। आरजू के पिता इंदर सिंह ठाकुर ने कहा, "यह चैम्पियन का अपमान है। लड़कियां घर में कभी-कभी बर्तन धोती हैं तो इसका मकसद उन्हें घरेलू कामकाज सिखाना होता है। लेकिन स्कूल प्रशासन ने उसकी उपलब्धियों को दरकिनार कर उससे बर्तन धुलवाए हैं, जिसकी हमें शिकायत है। यहां तक कि समारोह में मौजूद राज्य सरकार के अधिकारियों ने भी उसकी उपलब्धियों को नहीं पहचाना।" इन शिकायतों के सम्बंध में स्वास्थ्य मंत्री राजीव बिंदल ने कहा, "मैं स्कूल के समारोह में मौजूद था, लेकिन मुझे खिलाड़ी की उपलब्धियों के बारे में कुछ नहीं बताया गया। मैं इस मामले को देखूंगा। निस्संदेह, खिलाड़ी ने राज्य को सम्मान दिलाया है और वह आदर की हकदार है।" उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि स्कूल में चले करीब डेढ़ घंटे के समारोह के दौरान उन्होंने कुछ भी नहीं खाया। किसी भी अतिथि को भोजन या हल्के नाश्ते के रूप में कुछ नहीं दिया गया। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में आयोजित नेशनल वीमेन स्पोर्ट्स फेस्टिवल (समूह-3) में स्वर्ण पदक जीतने के लिए दिसम्बर, 2008 में आरजू को मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूूमल 50,000 की नकद पुरस्कार राशि से सम्मानित कर चुके हैं।