पंजाब (Punjab) की एक एचआर मैनेजर (HR Manager) ने दावा किया है कि उसकी कंपनी में रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) की छुट्टी नीति (Leave Policy) पर उसके "Toxic boss" ने उसे नौकरी से निकाल दिया, जिस पर एचआर मैनेजर ने आपत्ति जताई थी. बबीना की लिंक्डइन पोस्ट वायरल होने के बाद B9 Solutions - जो मोहाली स्थित डिजिटल मार्केटिंग फर्म है - ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह "साजिश और यूनियन बनाने" की कोशिश कर रही थी.
अपने पोस्ट में बबीना ने अपने बॉस कुणाल कक्कड़ के साथ अपनी व्हाट्सएप बातचीत (WhatsApp Chat) के स्क्रीनशॉट साझा किए, जहां उन्होंने 15 अगस्त को कर्मचारियों के लिए छुट्टी की घोषणा की, क्योंकि कंपनी में स्वतंत्रता दिवस पर छुट्टी थी. हालांकि, उन्होंने कहा कि 19 अगस्त - रक्षाबंधन - को ऑफिस आना जरूरी है और इस दिन न ही हाफ डे लीव मिलेगी और न ही शॉर्ट लीव मिलेगी.
कुणाल कक्कड़ ने मैसेज में कहा कि अगर किसी कर्मचारी ने 19 अगस्त को छुट्टी लेने का फैसला किया, तो उनकी सात दिन की सैलरी काट ली जाएगी. मैसेज में कहा, “अगर कोई 19 अगस्त को काम पर नहीं आता है, तो उसकी 7 दिन की सैलरी काट ली जाएगी. इस दिन आना जरूरी है. अगर कोई इस फैसले से असहमत है, तो इस्तीफा देने के लिए आज़ाद है.”
स्क्रीनशॉट के अनुसार अपनी प्रतिक्रिया में, बबीना ने कक्कड़ से कहा: “लेकिन मेरा सुझाव है कि यह अनैतिक है. न तो यह कानून या मौलिक अधिकारों के तहत उचित व्यवहार है. हम एक दिन के लिए 7 दिन का वेतन नहीं काट सकते.” कक्कड़ ने जवाब दिया, "हां मुझे पता है. लेकिन मुझे करना होगा. अन्यथा वे अपना इस्तीफा दे सकती हैं. मुझे कोई दिक्कत नहीं है.''
बबीना ने दावा किया कि इस बातचीत के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया. बबीना ने अपनी पोस्ट में कहा, “कानून के मुताबिक जो गलत था, उसके लिए स्टैंड लेने की कोशिश की. लेकिन नतीजे में टर्मिनेशन लेटर मिला. उन्होंने ईमेल में बताया कि वह मुझे 2 सप्ताह का नोटिस देंगे, लेकिन उन्होंने सारी एक्सेस तत्काल खत्म कर दी, ताकि मैं तुरंत ही निकल जाऊं.''
अपने बॉस को 'टॉक्सिक' कहते हुए उन्होंने आगे कहा, 'यह मेरे बॉस कुणाल कक्कड़ के साथ मेरी बातचीत है और उन्होंने मुझे नौकरी से निकाल दिया, क्योंकि मैंने एक स्टैंड लिया और उन्हें सुझाव दिया कि हम 1 दिन की अनुपस्थिति के लिए 7 दिन का वेतन नहीं काट सकते. अगर किसी को टॉक्सिक बॉस चाहिए, तो वह B9 सॉल्यूशंस से जुड़ सकता है.'
इस बीच, बी9 सॉल्यूशंस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बबीना की पोस्ट कहानी का सिर्फ एक पक्ष है : “अरे! विक्टिम कार्ड खेलना और सहानुभूति पाना बहुत आसान है. कुछ लोग केवल एक्सेस चाहते हैं और केवल अपनी एकजुटता दिखाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप पर मैसेज करते हैं. कहानी के सिर्फ एक पक्ष को सुनकर फैसला करना बहुत आसान है.”
कंपनी ने यह भी कहा कि बबीना को उसके कार्यस्थल पर उसकी आचार संहिता के लिए बर्खास्तगी से पहले कई चेतावनियां मिली थीं: "क्या बबीना ने आप में से किसी को बताया कि कैसे उसे फोन के ज्यादा इस्तेमाल को लेकर, काम के घंटों के दौरान ऑनलाइन पाठ्यक्रम करने के संबंध में बर्खास्तगी से पहले कई चेतावनियां मिली थीं, कंपनी के सोशल मीडिया अकाउंट को मैन्टेन नहीं किया, रिक्त पदों को भरने में असमर्थ रही, काम के घंटों के दौरान अपनी बेटी का होमवर्क करती थी. उन्होंने पूरे स्टाफ को 15 अगस्त, जो राष्ट्रीय अवकाश है, से लेकर 20 अगस्त तक लंबे समय तक भुगतान वाली छुट्टियां लेने के लिए कहकर एक साजिश और यूनियन बनाने की कोशिश की.
कंपनी ने बबीना पर प्रबंधन को "हेरफेर" करने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया: "हालांकि पूरा कार्यालय 15 अगस्त की शुरुआती छुट्टी और हमारे वीकेंड की छुट्टियों के फैसले का समर्थन कर रहा था और आश्वासन दिया था कि हर कोई 19 अगस्त को लचीली शिफ्ट के साथ आधे दिन के लिए काम फिर से शुरू करेगा." यानी, आनेवाला रक्षाबंधन. बबीना लगातार इसे कर्मचारियों की मांग बताकर प्रबंधन पर रौब गांठने की कोशिश कर रही थी. आपको क्या लगता है कि यह संदेश उसे अभी-अभी क्यों भेजा गया था? किसी और ने विरोध क्यों नहीं किया? इसका कारण यह है कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी ने व्यक्तिगत रूप से अपनी चिंता को संबोधित किया था.
इस बीच, बबीना को उसके पोस्ट के कमेंट सेक्शन में सहायक संदेश मिले, जिसमें कई अनुभागों में उसके बॉस को "बेनकाब" करने के लिए उसकी सराहना की गई. उनकी पोस्ट पर एक कमेंट था, "आधुनिक समय की गुलामी, एक भारतीय से बेहतर कोई भी भारतीय पर हावी नहीं हो सकता." कुछ यूजर्स ने बबीना को 'लेबर कोर्ट में मामला दायर करने' की भी सलाह दी, जबकि उन्होंने आश्वासन दिया कि वह 'अंत तक लड़ेंगी.'
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