
ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 फाइटर जेट (F-35 Fighter Jet) करीब 20 दिनों से केरल के तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फंसा हुआ है. उसे अब एयरलिफ्ट कर वापस यूनाइटेड किंगडम ले जाने की तैयारी हो रही है. लेकिन इस बीच उससे जुड़े कई मीम्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस फाइटर जेट का आधार कार्ड भी वायरल हो गया है, जिसे देख लोगों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं है.
जबकि 14 जून से ही F-35 के मीम्स और चुटकुले इंटरनेट पर घूम रहे हैं, लेकिन इसके वापस लौटने की योजना की खबर सामने आने के बाद इंटरनेट पर हंसी-ठिठोली का दौर शुरू हो चुका है. F-35 को भारतीय नागरिक बताने वाला एक वायरल पोस्ट, जिसमें डिजिटल रूप से जनरेट किया गया आधार कार्ड भी नजर आ रहा है. ये तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.
🤣🤣🤣UK's F-35B got citizenship in India 🤣🤣🤣 pic.twitter.com/26gRjuQ8Wo
— vyas laxminarayana(lakhan vyas)🚩 (@VLN4BJP) July 3, 2025
एक और लोकप्रिय राय है कि "अगर वह F-35 विमान इतने लंबे समय तक गुड़गांव में खड़ा रहता, तो कोई उसके अंदर एक रेस्तरां खोल लेता."
यहां F-35 से जुड़े कुछ और मीम्स और चुटकुले देखें:
F35 pilots connecting with the ATC
— Stranger (@amarDgreat) June 30, 2025
???????? #F35B pic.twitter.com/hyD8rMyVN6
लो ये भी उड़ गई, पर वो केरल से F35 नहीं उड़ा। pic.twitter.com/xRFc9FWa28
— शून्य (@0__Shunya__0) July 1, 2025
Let's laugh together.
— Wahida ???????? (@RealWahidaAFG) July 3, 2025
Enjoy the video of F35 ???? pic.twitter.com/tLBmFC54o6
इस सप्ताह की शुरुआत में, केरल पर्यटन ने भी इस पोस्ट के साथ F-35 मीम सेलिब्रेशन में भाग लिया.
Kerala, the destination you'll never want to leave.
— Kerala Tourism (@KeralaTourism) July 2, 2025
Thank you, The Fauxy.#F35 #Trivandrum #KeralaTourism pic.twitter.com/3lei66a5T2
F-35B , जो HMS प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा है, केरल के तट से 100 समुद्री मील दूर ऑपरेशन कर रहा था, जब खराब मौसम और कम ईंधन के कारण उसे तिरुवनंतपुरम की ओर आपातकालीन मोड़ना पड़ा. भारतीय वायुसेना ने सुरक्षित लैंडिंग की सुविधा प्रदान की और ईंधन भरने और रसद सहायता भी दी.
लड़ाकू विमान को उड़ान भरने लायक बनाने के कई असफल प्रयासों के बाद, ब्रिटिश रॉयल नेवी के F-35 को आंशिक रूप से विघटित करने के बाद अब भारी-भरकम कार्गो विमान में डालकर यूनाइटेड किंगडम वापस भेजा जा सकता है. तकनीकी विशेषज्ञों और एक टो वेहिकल सहित यूके से 40 सदस्यीय टीम के 5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम पहुंचने की उम्मीद है, ताकि रिकवरी ऑपरेशन को अंजाम दिया जा सके.
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